दायित्व निर्वहन में सीएमओ लापरवाह, डीएम ने जारी की चेतावनी पत्र
कोरोना का खतरा अभी टला नहीं है। पर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी-कर्मचारी इससे निबटने की तैयारियों को लेकर लापरवाह बने हैं।
जागरण संवाददाता, चंदौली : कोरोना का खतरा अभी टला नहीं है। पर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी-कर्मचारी इससे निबटने की तैयारियों को लेकर लापरवाह बने हैं। अपर जिलाधिकारी अतुल कुमार ने सोमवार को जिला अस्पताल का निरीक्षण किया तो इसकी बानगी देखने को मिली। एक हजार एलएमपी आक्सीजन प्लांट से आपूर्ति के लिए बिछाई जा रही पाइप लाइन का काम अधूरा मिला। जिलाधिकारी संजीव सिंह ने सुस्ती पर सीएमओ डाक्टर वीपी द्विवेदी को चेतावनी पत्र जारी किया है। कार्यप्रणाली में सुधार न होने पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी है।
एडीएम ने अस्पताल में आक्सीजन की उपलब्धता की पड़ताल की। इस दौरान 200 एलएमपी के प्लांट से 70 बेड तक आक्सीजन आपूर्ति की व्यवस्था सुचारू मिली। इसके अलावा 10 बेड के आइसोलेशन वार्ड में 45 बेड तक आक्सीजन आपूर्ति के लिए प्लांट व पाइपलाइन सही मिली। पीएम केयर फंड से अस्पताल में एक हजार एलएमपी का आक्सीजन प्लांट लगाया जा रहा है। इसके लिए मशीन पांच सितम्बर को ही मंगा ली गई थी। वहीं राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की मदद से शेड और फाउंडेशन बनाने का काम भी प्रगति पर है। तीन-चार दिनों में इसे पूरा कर लिया जाएगा, लेकिन सबसे अहम पाइप लाइन बिछाने का काम ही अधूरा है। इसकी रफ्तार काफी धीमी है। बर्न यूनिट में भी आक्सीजन आपूर्ति के लिए पाइप लाइन अधूरी है। एडीएम ने अपनी जांच आख्या डीएम को सौंपी। जिलाधिकारी ने इस पर नाराजगी व्यक्त करते हुए सीएमओ को चेतावनी पत्र भेजा है। कहा दायित्वों के निर्वहन में घोर लापरवाही है। मंडलायुक्त के निर्देश के बावजूद आक्सीजन प्लांट जैसे महत्वपूर्ण कार्य में रुचि नहीं ली जा रही। यदि कार्यप्रणाली में सुधार नहीं हुआ तो विभागीय कार्रवाई की जाएगी। जिलाधिकारी के सख्त रुख से स्वास्थ्य विभाग में खलबली मची है।