शुरू हुआ आक्सीजन प्लांट, 80 बेड तक होगी निर्बाध आपूर्ति

आखिरकार जिला अस्पताल आक्सीजन उत्पादन के मामले में आत्मनिर्भर बन गया। यहां 400 एलपीएम का प्रति मिनट 500 लीटर आक्सीजन का उत्पादन करने वाले प्लांट की शुरूआत हुई।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 17 May 2021 09:50 PM (IST) Updated:Mon, 17 May 2021 09:50 PM (IST)
शुरू हुआ आक्सीजन प्लांट, 80 बेड तक होगी निर्बाध आपूर्ति
शुरू हुआ आक्सीजन प्लांट, 80 बेड तक होगी निर्बाध आपूर्ति

जागरण संवाददाता, चंदौली : आखिरकार जिला अस्पताल आक्सीजन उत्पादन के मामले में आत्मनिर्भर बन गया। यहां 400 एलपीएम का प्रति मिनट 500 लीटर आक्सीजन का उत्पादन करने वाले प्लांट की शुरूआत हुई। मंडलायुक्त दीपक अग्रवाल की मौजूदगी में एमएलसी अरविद शर्मा व विधायक साधना सिंह ने इसका उद्घाटन किया। इससे 80 बेड तक पाइपलाइन के जरिए निर्बाध रूप से आक्सीजन की आपूर्ति की जाएगी। वहीं कोरोना काल में मरीजों के इलाज में सहूलियत होगी।

जिला अस्पताल को कोरोना के लिए एल-टू चिकित्सालय बनाया गया है। हालांकि यहां आक्सीजन की किल्लत शुरू से ही बनी हुई थी। आक्सीजन सिलेंडर के लिए मारामारी मची थी। अस्पताल के स्टाफ को आक्सीजन सिलेंडर भरवाने में दिन भर का समय लग जाता था। इससे मरीजों की सांसें उखड़ रही थीं। मंडलायुक्त दीपक अग्रवाल ने इसके लिए पहल की। उनकी पहल पर वाराणसी के दो उद्यमियों ने जुगाड़ से 400 एलपीएम क्षमता वाला आक्सीजन प्लांट तैयार कर दिया। इसके लिए बाहर से मशीनें मंगवाईं। वहीं स्थानीय स्तर पर कंप्रेशर आदि का जुगाड़ कर एक सप्ताह में आक्सीजन प्लांट बनाकर तैयार करा दिया। मशीन शुक्रवार की रात में ही जिला अस्पताल पहुंच गई थी। इंजीनियरों की टीम ने रविवार को इसे फाउंडेशन पर स्थापित किया। वहीं पाइपलाइन से जोड़कर टेस्टिग भी की गई थी। सोमवार को जनपद दौरे पर पहुंचे एमएलसी व कमिश्नर ने प्लांट का अवलोकन किया। इसके बाद एमएलसी व विधायक ने इसका उद्घाटन किया। प्लांट लगने के बाद अस्पताल आक्सीजन के मामले में अब आत्मनिर्भर बन गया है। प्राणवायु के अभाव में अब मरीजों की यहां मौत नहीं होगी।

chat bot
आपका साथी