पूर्वाचल का काला धान खरीदेगी चंदौली की समिति
जागरण संवाददाता चंदौली पूर्वांचल में काला धान की खेती फायदे का सौदा साबित होगी। चंदौली क
जागरण संवाददाता, चंदौली : पूर्वांचल में काला धान की खेती फायदे का सौदा साबित होगी। चंदौली काला चावल कृषक समिति पूर्वाचल के जिलों के किसानों का धान खरीदेगी। 30 जुलाई से तीन अगस्त तक मंडी समिति में जिले की खरीद होने के बाद दस अगस्त तक अन्य जनपदों के किसानों को अपना धान यहां लाकर बेचना होगा। इसकी कीमत 65 रुपये प्रति किलोग्राम निर्धारित की गई है। कोरोना संक्रमण की वजह से इस साल अभी तक खरीद नहीं हुई, इससे धान डंप पड़ा है। धान की दराई कराकर चावल नोएडा एग्रो कंपनी भेजा जाएगा।
मीरजापुर, भदोही, गाजीपुर, बलिया समेत अन्य जिलों में किसानों ने काला चावल की खेती की है। जिले में लगभग 500 हेक्टेयर में एक हजार किसानों ने इस बार धान रोपा है। काला चावल की ब्रांडिग और मार्केटिग के लिए चंदौली काला चावल समिति का गठन किया गया है। प्रशासन की ओर से व्यापारियों से डील करने समेत अन्य अधिकार समिति को ही दिए गए हैं। इस बार कोरोना की वजह से काला धान की खरीद नहीं हो सकी। ऐसे में अनाज किसानों के पास डंप पड़ा है। जिले की ही यह स्थिति नहीं, बल्कि पूर्वांचल के अन्य जिलों में चाकहाओ की खेती करने वाले किसानों को अपनी उपज बेचने में परेशानी झेलनी पड़ रही है। चंदौली काला चावल समिति ने किसानों की समस्या को देखते हुए अनाज खरीदने की पहल की है। 30 जुलाई से मुख्यालय स्थित नवीन कृषि मंडी परिसर में काला धान की खरीद शुरू होगी। तीन अगस्त तक जिले के किसानों का धान खरीदा जाएगा। इसके लिए बाकायदा रोस्टर बनाया गया है। ब्लाक वार बना रोस्टर
तारीख ब्लाक
30 जुलाई चंदौली, बरहनी
31 जुलाई सकलडीहा, चहनियां
02 अगस्त धानापुर, नियामताबाद
03 अगस्त चकिया, शहाबगंज, नौगढ़
चार से 10 अगस्त तक गैर जनपदों से खरीद होगी। जूट की बोरी में लाना होगा धान
किसानों को धान अच्छी तरह सुखाकर व सफाई करने के बाद जूट की बोरी में भरकर लाना होगा। वहीं समिति का सदस्यता के लिए 250 रुपये शुल्क जमा करना होगा। धान के भुगतान को अपने साथ आधार कार्ड व बैंक पासबुक की कापी लाना अनिवार्य है। नोएडा जाएगा चावल
समिति किसानों से अनाज खरीदने के बाद रामनगर औद्योगिक क्षेत्र स्थित राइस मिल में इसकी दराई कराएगी। इसके बाद पैकेटों में भरकर इसे नोएडा भेजा जाएगा। धनराशि मिलने के बाद किसानों के खाते में पीएफएमएस के जरिए भेजी जाएगी। इस बार 65 रुपये किलो दाम पिछले साल की तुलना में कम है। हालांकि हालात सामान्य और डिमांड बरकरार रही तो और अच्छी कीमत मिल सकती है।
वर्जन -----
'काला चावल समिति किसानों का धान खरीदेगी। इसकी दराई कराकर नोएडा एग्रो कंपनी भेजा जाएगा। किसान अपनी उपज को सुखाकर और सफाई करके जूट के बोरे में भरकर ले आएं। किसानों के खाते में धनराशि का भुगतान किया जाएगा।
वीरेंद्र प्रताप सिंह, महासचिव, काला चावल कृषक समिति