विद्यालयों में बनवाएं एमडीएम, कायाकल्प की हो साप्ताहिक समीक्षा

कलेक्ट्रेट सभागार में बुधवार को जिला शिक्षा अनुश्रवण समिति एवं परि

By JagranEdited By: Publish:Wed, 22 Sep 2021 08:29 PM (IST) Updated:Wed, 22 Sep 2021 08:29 PM (IST)
विद्यालयों में बनवाएं एमडीएम, कायाकल्प की हो साप्ताहिक समीक्षा
विद्यालयों में बनवाएं एमडीएम, कायाकल्प की हो साप्ताहिक समीक्षा

जागरण संवाददाता, चंदौली : कलेक्ट्रेट सभागार में बुधवार को जिला शिक्षा अनुश्रवण समिति एवं परिषदीय विद्यालयों के कायाकल्प की समीक्षा बैठक हुई। जिलाधिकारी संजीव सिंह व सीडीओ अजितेंद्र नारायण ने बच्चों को गुणवत्तायुक्त शिक्षा के साथ सभी योजनाओं का शत-प्रतिशत लाभ देने का निर्देश दिया।

कहा विद्यालयों के सत्यापन का शासन से जो लक्ष्य निर्धारित है उसके अनुरूप कार्य होना चाहिए। प्रत्येक दिन एमडीएम का सत्यापन हो। कोरोना के कारण अगली कक्षाओं में प्रोन्नत किए गए बच्चों के लिए विशेष कक्षाएं चालू कराएं। जो बच्चे पढ़ाई में कमजोर हैं उनके लिए अतिरिक्त कक्षाएं चलाकर उनका ज्ञानवर्धन करें। अब विद्यालयों में ही निर्धारित समय में एमडीएम बनवाएं। सभी विद्यालयों में मेन्यू के अनुसार एमडीएम बनना चाहिए। जहां लापरवाही मिले, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। हर महीने में ब्लाक स्तरीय टास्क फोर्स की बैठक अनिवार्य रूप कराई जाए। बेसिक शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिया कि शत-प्रतिशत छात्र छात्राओं को निश्शुल्क पाठ्य पुस्तकों का वितरण कराएं। कहा सभी परिषदीय विद्यालयों में नियमित साफ-सफाई कराएं और 11 से 14 वर्ष की बच्चियों को आयरन फोलिक एसिड की गोलियां नियमित रूप से दें। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम की टीमें माइक्रो प्लान के अनुसार समस्त विद्यालयों में जाकर बच्चों का परीक्षण करें और उनका इलाज सुनिश्चित करें। कोरोना से बचाव के लिए बच्चों का हैंड वाश, स्कूलों में सैनिटाइजेशन आदि करवाते रहें। परिषदीय विद्यालयों में कायाकल्प के अंतर्गत हो रहे कार्यों की साप्ताहिक समीक्षा करें। संबंधित खंड विकास अधिकारी, खंड शिक्षा अधिकारी, एडीओ पंचायत आपस में समन्वय बनाकर विद्यालयों में आपरेशन कायाकल्प के तहत 18 मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराएं। कक्षाओं में टाइलिग का कार्य, बालक एवं बालिकाओं के लिए स्वच्छ शौचालय, नल से जल आपूर्ति की व्यवस्था, हैंड वास यूनिट, पहुंच मार्ग, किचन शेड, विद्युत संयोजन, बाउंड्री वाल आदि कार्यों से संतृप्त किया जाए। मुख्य विकास अधिकारी अजितेंद्र नारायण, मुख्य चिकित्साधिकारी डाक्टर वीपी द्विवेदी, जिला विकास अधिकारी, ज्वांइट मजिस्ट्रेट आरआर राम्या, परियोजना निदेशक डीआरडीए, डीसी मनरेगा, जिला पूर्ति अधिकारी, समस्त खंड विकास अधिकारी एडीओ पंचायत, बाल विकास अधिकारी सहित संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद थे।

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