त्योहार पर मिलावटखोर बिगाड़ सकते हैं आपकी सेहत
सावधान मिठाई में चांदी की जगह एल्युमीनियम वर्क का हो रहा प्रयोग - सेहत के लिए खतरनाक साि
सावधान
मिठाई में चांदी की जगह एल्युमीनियम वर्क का हो रहा प्रयोग
- सेहत के लिए खतरनाक साबित हो सकती हैं मिलावटी मिठाइयां
- खाद्य सुरक्षा विभाग ने शुरू किया जांच अभियान, होगी कार्रवाई जागरण संवाददाता, चंदौली : त्योहार के दौरान मिलावटखोर आपकी सेहत बिगाड़ सकते हैं। इसलिए पर्व की खुशी व उत्साह में मिठाई खरीदते समय इसकी सही ढंग से जांच कर लें। दुकानदार चांदी की जगह एल्युमीनियम वर्क का प्रयोग करते हैं, जो सेहत के लिए काफी हानिकारक है। वैसे, खाद्य सुरक्षा और औषधि विभाग ने मिलावटखोरी रोकने के लिए कमर कस ली है। विभाग ने अभियान चलाकर दुकानों की जांच शुरू कर दी है। मिलावटखोरों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई होगी। उनकी दुकान का लाइसेंस भी निरस्त होगा। खाद्य पदार्थों में मिलावटखोरी किसी से छिपी नहीं है। दुकानदार खाद्य पदार्थों में तरह-तरह की मिलावट करते हैं। खोया में आरारोट व मैदा तो दूध में पानी और तमाम तरह के केमिकल मिलाए जाते हैं। बर्फी में चांदी के स्थान पर एल्युमीनियम के वर्क का प्रयोग किया जा रहा है। यह सेहत के लिए काफी खतरनाक साबित होता है। दरअसल, दशहरा, दीपावली पर मिठाई की डिमांड काफी बढ़ जाती है। ऐसे में दुकानदार अधिक मुनाफा कमाने के लिए घटिया सामग्री का इस्तेमाल करते हैं। वहीं लागत कम करने के लिए तमाम तरह की मिलावटखोरी करते हैं। ऐसी मिठाई खाने से लोगों की सेहत बिगड़ती है। खाद्य सुरक्षा और औषधि विभाग के अधिकारियों के अनुसार मिलावटखोरी रोकने के लिए अभियान शुरू हो गया है। इस दौरान गड़बड़ी करने वाले दुकानदारों के खिलाफ कार्रवाई तय है। सब्जी विक्रेता व कोटेदार भी आएंगे दायरे में
खाद्य सुरक्षा और औषधि विभाग की वेबसाइट पर सब्जी और फल विक्रेताओं को भी पंजीकरण कराना होगा। विभाग की ओर से उनकी जांच की जाएगी, बगैर पंजीकरण सब्जी और फल बेचने वालों पर कार्रवाई हो सकती है। कोटेदारों को भी पंजीकरण कराने का निर्देश दिया गया है। 'दीपावली व दशहरा पर मिठाई व खाद्य पदार्थों में मिलावटखोरी रोकने के लिए विभाग अलर्ट है। अभियान शुरू हो गया है और जांच की जा रही है। मानक की अनदेखी करने वाले दुकानदार बख्शे नहीं जाएंगे।
आरएल यादव, अभिहित अधिकारी