कोरोना पाजिटिव अभिभावक अस्पताल में, प्रशासन दिलाएगा बच्चों को संरक्षण

स्तरीय टास्क फोर्स की बैठक शनिवार को कलेक्ट्रेट सभागार में हुई। इ

By JagranEdited By: Publish:Sat, 15 May 2021 05:24 PM (IST) Updated:Sat, 15 May 2021 05:24 PM (IST)
कोरोना पाजिटिव अभिभावक अस्पताल में, प्रशासन दिलाएगा बच्चों को संरक्षण
कोरोना पाजिटिव अभिभावक अस्पताल में, प्रशासन दिलाएगा बच्चों को संरक्षण

जागरण संवाददाता, चंदौली : जनपद स्तरीय टास्क फोर्स की बैठक शनिवार को कलेक्ट्रेट सभागार में हुई। इसमें कोरोना काल में माता-पिता के संक्रमित होने के बाद अस्पताल में भर्ती होने से बेसहारा बच्चों को चिह्नित कर भोजन-पानी, रहन-सहन की व्यवस्था कराने की रणनीति बनी। डीएम संजीव सिंह ने विभागाध्यक्षों को इसकी जिम्मेदारी सौंपी। निर्देश दिया कि संबंधित विभाग आपसी समन्वय स्थापित कर ऐसे बच्चों का डाटा तैयार करें। साथ ही जल्द से जल्द उनके पुनर्वास की व्यवस्था की जाए।

कोरोना महामारी ने बुजुर्ग व नौजवान ही नहीं, बल्कि बच्चों पर भी कहर ढाया। स्थिति यह रही कि बच्चे लगभग एक साल से घरों में कैद हैं। वहीं माता-पिता दोनों कोरोना संक्रमण की चपेट में आने के बाद अस्पतालों में भर्ती हैं। ऐसे में बच्चों की देखभाल करने वाला घर में और कोई नहीं। इन बच्चों के संरक्षण, रहन-सहन, भोजन-पानी आदि की व्यवस्था प्रशासन करेगा। बाल संरक्षण आयोग ने इसके लिए पहल की थी। इस पर शासन ने जिला प्रशासन को इसको लेकर स्पष्ट निर्देश दिए हैं। इसके बाद प्रशासन हरकत में आया है। जिलाधिकारी ने कहा, कोरोना महामारी के दौरान परित्यक्त, अनाथ, परिवार से बिछुड़े या किसी भी प्रकार से परिवारविहीन हुए बच्चों के बारे में सूचना एकत्र की जाए। संबंधित विभाग आपस में समन्वय स्थापित कर ऐसे बच्चों के बारे में पता लगाएं। कोविड मरीजों की निगरानी व देखभाल के लिए गठित निगरानी समितियों की इस कार्य में मदद लें। उन्होंने जिला प्रोबेशन अधिकारियों को इस कार्य के लिए एक नोडल अफसर नियुक्त करने के निर्देश दिए। कहा इसके बारे में व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार किया जाए। यदि कोई व्यक्ति अनाथ व बेसहारा बच्चों को गोद लेने के लिए इच्छुक हो तो उसके साथ समन्वय स्थापित कर बच्चों को संरक्षित कराएं। यदि कहीं इस तरह के बच्चों के बारे में सूचना मिलती है तो तत्काल आवश्यक प्रबंध किए जाएं। बेसहारा बच्चों वाले परिवारों को आवश्यकतानुसार आश्रय, राशन, चिकित्सा आदि की सुविधा मुहैया कराई जाए। महिला व बाल संरक्षण गृहों का नियमित निरीक्षण किया जाएगा। यहां कोरोना से बचाव को लेकर मुकम्मल इंतजाम होने चाहिए। महिला कल्याण विभाग व उसकी इकाइयों के समस्त कर्मियों का वैक्सीनेशन करा लिया जाए। सीडीओ अजितेंद्र नारायण, सीएमओ डाक्टर वीपी द्विवेदी, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट राम्या रामराज, एसीएमओ डाक्टर डीके सिंह आदि मौजूद थे।

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