एल-टू अस्पताल में 100 बेड पर आक्सीजन की व्यवस्था
जिले में कोरोना की चुनौती बढ़ती जा रही है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग
जागरण संवाददाता, चंदौली : जिले में कोरोना की चुनौती बढ़ती जा रही है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग संसाधनों को विकसित करने में जुटा है। चकिया स्थित जिला संयुक्त चिकित्सालय के एल-टू अस्पताल में 100 बेड पर आक्सीजन की व्यवस्था कर दी गई है। वहीं आक्सीजन पाइपलाइन में लीकेज की मरम्मत भी ठीक करा दी गई। दैनिक जागरण ने अपने 19 अप्रैल के अंक में 'आक्सीजन पाइपलाइन लीक नहीं मिल रहे मैकेनिक' शीर्षक से खबर प्रकाशित की थी। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग हरकत में आया और पाइपलाइन लीकेज की मरम्मत कराई गई। इससे अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों को सहूलियत होगी।
संयुक्त चिकित्सालय को कोरोना के लिए एल-टू अस्पताल बनाया गया है। पहले यहां 50 बेड का आइसोलेशन वार्ड बनाया गया था लेकिन मरीजों की संख्या बढ़ने के साथ ही विभाग ने 100 बेड के पूरे अस्पताल को ही एल-टू बना दिया। अस्पताल में बेडों तक आक्सीजन की सप्लाई के लिए पाइपलाइन पहले से ही बिछाई गई है। हालांकि इसका इस्तेमाल और देखरेख न होने की वजह से पाइपलाइन में जगह-जगह लीकेज हो गया था। कोरोना मरीज जब भर्ती हुए तो समस्या बढ़ गई। विभाग मैकेनिक ढूंढने लगा लेकिन कोरोना वार्ड में जाकर पाइपलाइन की मरम्मत करने के लिए कोई तैयार नहीं था। इससे मुश्किलें बढ़ गई थीं। जागरण ने समस्या को उभारते हुए प्रमुखता के साथ खबर प्रकाशित की थी। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग व जिला प्रशासन हरकत में आया। मैकेनिक ढूंढकर किसी तरह लीकेज की मरम्मत कराई गई। वहीं सभी 100 बेड तक आक्सीजन की सप्लाई शुरू कर दी गई है।
नहीं बना प्लांट, सिलेंडर
से कर रहे आपूर्ति
जिला संयुक्त चिकित्सालय में आक्सीजन प्लांट का निर्माण कराने की योजना थी। इसकी रूपरेखा तैयार कर ली गई थी। हालांकि बीच में ही किसी कारणवश मामला लटक गया। ऐसे में फिलहाल सिलेंडर से पाइपलाइन के जरिए आक्सीजन की सप्लाई बेड तक की जा रही है। इसके लिए अस्पताल में डिमांड के मुताबिक रोजाना आक्सीजन सिलेंडर मंगाए जा रहे हैं।
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चकिया स्थित एल-टू अस्पताल में पाइपलाइन के जरिए 100 बेड तक आक्सीजन की आपूर्ति की जा रही है। पाइपलाइन में लीकेज की मरम्मत करा दी गई। फिलहाल जिले में आक्सीजन सिलेंडर की उपलब्धता को लेकर समस्या नहीं है।
डाक्टर वीपी द्विवेदी, सीएमओ