विफलता के गलियारों से होकर गुजरते हैं सफलता के रास्ते: एसडीएम
जेएनएन बुलंदशहर (जहांगीराबाद) उपजिलाधिकारी अनूपशहर वीके गुप्ता ने कहा कि सफलता के रास्ते विफलता के गलियारों से होकर गुजरते हैं।
जेएनएन, बुलंदशहर (जहांगीराबाद) : उपजिलाधिकारी अनूपशहर वीके गुप्ता ने कहा कि सफलता के रास्ते विफलता के गलियारों से होकर गुजरते हैं। इसलिए बच्चों को शुरुआत में होने वाली कठिनाइयों से घबराना नहीं चाहिए। क्योंकि सफलता का कोई विकल्प नहीं सिर्फ संकल्प होता है। इसलिए लक्ष्य तय करके ²ढ़ता के साथ आगे बढ़ना चाहिए। उनकी मेहनत रंग लाएगी। मंजिल तक पहुंचने में कोई बाधा राह नहीं रोक पाएगी।
जहांगीराबाद के शिवकुमार अग्रवाल जनता इंटर कालेज में दैनिक की ओर से आयोजित यूथ कनेक्ट संवाद में उन्होंने ये बातें कहीं। इस दौरान उन्होंने न केवल बच्चों को तरक्की की राह दिखाई बल्कि अपने अनुभव साझा करते हुए जीवन में सफल होने के लिए गुरुमंत्र भी दिए। कहा कि कोरोना संक्रमण का भयावह दौर अब बीत चुका है। अब हालात सुधर रहे हैं। आने वाला समय काफी अच्छा है। कहा कि 12वीं कक्षा से सफलता के सफर की शुरुआत होती है। राह में बहुत पड़ाव आएंगे और मंजिल तक पहुंचने के लिए साहस और धैर्य की जरूरत होगी। इसलिए बच्चों को तनाव नहीं लेना चाहिए, जो संकल्प लिया है उसे पूरा करने के लिए जुट जाना चाहिए। संकल्प में कोई विकल्प नहीं होना चाहिए। यदि संकल्प विकल्प रहित है तो मंजिल दूर नहीं हैं।
सपनों को साकार करने के लिए बढ़ें आगे
सोच-समझ कर लक्ष्य का चयन करें। फिर इसे पाने के लिए आवश्यक गाइडलाइन का पूरे मनोयोग के साथ पालन करें। उन्होंने अपने जीवन के अनुभव साझा करते हुए कहा कि गुरुओं के दिखाए मार्ग पर चलकर आगे बढ़ें। समय-परिस्थिति के साथ खुद को ढाला। जो लक्ष्य केंद्रित किया था उसे पाने के लिए निरंतर कठिन परिश्रम सफलता प्राप्त कही। इसी प्रकार बच्चों को अपने सपनों को साकार करने के लिए आगे बढ़ना होगा। आयोजन में जितेन्द्र कुमार, विकास दीक्षित, नरेन्द्र गुप्ता, पंकज वर्मा, मोहित वाष्र्णेय, दिनेश कुमार, विशाल वाष्र्णेय आदि का योगदान सराहनीय रहा।
पढ़ाई के साथ सेहत का भी रखें ध्यान : डा. आशीष
सीएचसी अधिकारी डा. आशीष मुदगल ने कहा कि जंक फूड बच्चों की सेहत बिगाड़ देता है। इसलिए बच्चों को स्वास्थ्य की ओर भी ध्यान देना चाहिए। साथ ही बच्चों को पढ़ाई को बोझ बनाने की बजाय जिस विषय में रूचि है उसमें आगे बढ़ना चाहिए। फिट रहने के लिए खान-पान और प्रोपर नींद भी लेनी चाहिए। पढ़ाई के साथ खेलों की ओर भी ध्यान देना चाहिए। तनाव दूर करने के लिए व्यायाम, योग, ध्यान लगाना चाहिए। विभिन्न खेल प्रतियोगिता में हिस्सा लेकर शरीर को चुस्त-दुरुस्त बनाना चाहिए।