किसानों की समस्याओं के समाधान को बनाई रणनीति
मूंडाखेड़ा मार्ग पर भाकियू महाशक्ति के कार्यकर्ताओं ने बैठक आयोजित की और किसानों की समस्याओं को लेकर चर्चा की। साथ ही उनके समाधान को लेकर रणनीति बनाई। संगठन का विस्तार भी किया किया।
जेएनएन, बुलंदशहर। मूंडाखेड़ा मार्ग पर भाकियू महाशक्ति के कार्यकर्ताओं ने बैठक आयोजित की और किसानों की समस्याओं को लेकर चर्चा की। साथ ही उनके समाधान को लेकर रणनीति बनाई। संगठन का विस्तार भी किया किया।
बैठक में संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष धमेंद्र सिंह ने कहा कि किसानों को उनकी फसलों के उचित दाम नहीं मिल पा रहे हैं। मांग के बाद भी क्षेत्र में मक्का, बाजार समेत फसलों की खरीद के लिए क्रय केंद्र नहीं खोले गए और जर्जर तारों को भी नहीं बदला गया है। इसके अलावा जहांगीरपुर में बंद पड़ी चीनी मिल को शुरू कराने, कई गांवों के संपर्क मार्गो को दुरुस्त करने आदि को लेकर उन्होंने चर्चा। साथ ही कहा कि किसानों के हक की लड़ाई के लिए कार्यकर्ता हर समय तैयार हैं। वहीं बैठक के दौरान संगठन का विस्तार भी किया गया। इसमें फकरुद्दीन को जिला संगठन मंत्री, उमर को पश्चिमी उत्तर प्रदेश संगठन मंत्री, अमित अरोरा मंडल महासचिव विनोद सिंह तहसील उपाध्यक्ष मनोनित किए गए। इसमें मुकेश शर्मा, रिकू, नवाब, दिलशाद, रिजवान, संजय शर्मा, धमेंद्र सिसोदिया आदि रहे।
होर्डिंग उतारने पर भाकियू महाशक्ति ने किया हंगामा
मूंडाखेड़ा चौराहे पर लगे होर्डिंग को हटाने पर भाकियू महाशक्ति के कार्यकर्ता भड़क गए और जमकर नारेबाजी करते हुए हंगामा करना शुरू कर दिया। सूचना पर पहुंची पुलिस और पालिकाकर्मियों ने उन्हें समझाकर शांत कराया।
जीटी रोड पर मूंडाखेड़ा चौराहे के निकट भारतीय किसान यूनियन महाशक्ति का होर्डिंग लगा हुआ था। जिसको नगरपालिका के कर्मियों ने उतारते हुए फाड़ दिया। जिसकी जानकारी होने पर बुधवार शाम करीब चार बजे संगठन के कार्यकर्ता चौराहे पर एकत्र हो गए। उन्होंने होर्डिंग उतारने का विरोध करते हुए नारेबाजी कर हंगामा करना शुरू कर दिया। जानकारी होने पर कोतवाली प्रभारी मिथिलेश कुमार उपाध्याय पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंच गए। उन्होंने कार्यकर्ताओं को समझाकर शांत कराने का प्रयास किया, लेकिन वह नहीं माने। जिस पर नगरपालिका के सफाई व खाद्य निरीक्षक टीम के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने कार्यकर्ताओं को होर्डिंग बनवाते हुए लगाए जाने का आश्वासन दिया। जिसके बाद मामला शांत हो सका।