बिना पंजीकृत किसानों को गेहूं क्रय केंद्र से लौटाया

अनूपशहर में खाद्य एवं रसद विभाग द्वारा मंडी परिसर में गेहूं क्रय केंद्र लगाया गया है जिसकी क्षमता 300-350 बोरी प्रतिदिन तौल की है। चार दिन में मात्र 350 कुंटल गेहूं ही क्रय किए गए है। बगैर पंजीकरण के पहुंच रहे किसानों को केंद्र से वापस भेजा जा रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 18 Apr 2020 10:18 PM (IST) Updated:Sun, 19 Apr 2020 06:04 AM (IST)
बिना पंजीकृत किसानों को गेहूं क्रय केंद्र से लौटाया
बिना पंजीकृत किसानों को गेहूं क्रय केंद्र से लौटाया

बुलंदशहर, जेएनएन। अनूपशहर में खाद्य एवं रसद विभाग द्वारा मंडी परिसर में गेहूं क्रय केंद्र लगाया गया है, जिसकी क्षमता 300-350 बोरी प्रतिदिन तौल की है। चार दिन में मात्र 350 कुंटल गेहूं ही क्रय किए गए है। बगैर पंजीकरण के पहुंच रहे किसानों को केंद्र से वापस भेजा जा रहा है।

नगर की अनाज मंडी में अभी तक केवल खाद्य एवं रसद विभाग द्वारा क्रय केन्द्र खोला गया है। वहां लेबर, वारदाना सहित सभी सुविधाएं मौजूद है, लेकिन किसानों की संख्या काफी कम होने के कारण क्रय केंद्र पर गेहूं की आवक कम मात्रा में है। मंडी में आढ़तियों द्वारा 18 सौ रुपये प्रति कुंटल के दाम पर गेहूं क्रय किया जा रहा है। जबकि, सरकारी क्रय केंद्र पर 1925 रुपये प्रति कुंटल की दर पर गेहूं लिया जा रहा है। गांव दुगरऊ में चकबंदी चलने के कारण वहां के किसानों का पंजीकरण नहीं हो रहा है। जिससे गांव के किसानों को क्रय केंद्र पर सुविधा नहीं मिल रही है। क्रय केंद्र के प्रभारी अरुण कुमार ने बताया कि क्रय केन्द्र पर गेहूं लाने के लिए किसान का पंजीकरण आवश्यक है, 100 कुंतल से अधिक गेहूं होने पर एसडीएम द्वारा सत्यापन कराने पर ही गेहूं खरीदा जाएगा। दुगरऊ के किसानों ने क्रय केंद्र पर गेहूं खरीदने के लिए डीएम से वार्ता कर निर्देश देने की मांग की है। बिना पंजीकरण के आ रहे किसानों को क्रय केन्द्र से वापस भेजा जा रहा है।

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