आंगन की पाठशाला कार्यक्रम चला रही स्वयं सेविकाएं

खुर्जा में एकेपी पीजी कालेज की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई द्वारा गठित टीम एंजिल्स अगेंस्ट कोरोना बच्चों को भी पढ़ाने के कार्य में जुटी है। शनिवार को विश्व बाल श्रम निषेध दिवस पर स्वयं सेविकाओं ने कई बस्तियों में जाकर बच्चों को मास्क पाठ्य सामग्री उपहार आदि दिए।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 12 Jun 2021 11:05 PM (IST) Updated:Sat, 12 Jun 2021 11:05 PM (IST)
आंगन की पाठशाला कार्यक्रम चला रही स्वयं सेविकाएं
आंगन की पाठशाला कार्यक्रम चला रही स्वयं सेविकाएं

जेएनएन, बुलंदशहर। खुर्जा में एकेपी पीजी कालेज की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई द्वारा गठित टीम एंजिल्स अगेंस्ट कोरोना बच्चों को भी पढ़ाने के कार्य में जुटी है। शनिवार को विश्व बाल श्रम निषेध दिवस पर स्वयं सेविकाओं ने कई बस्तियों में जाकर बच्चों को मास्क, पाठ्य सामग्री, उपहार आदि दिए।

एकेपी पीजी कालेज के एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी एकता चौहान ने बताया कि शनिवार को विश्व बाल श्रम निषेध दिवस मनाया गया। इसकी शुरूआत 2002 में अंतरराष्ट्रीय श्रम संघ ने की थी। इसका उद्देश्य है कि 14 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को श्रम ना कराकर उन्हें शिक्षा दिलाने के लिए जागरूक किया जाए। इसी उद्देश्य को ध्यान में रखकर एंजिल्स अगेंस्ट कोरोना टीम की स्वयं सेविकाओं द्वारा 'आंगन की पाठशाला'नामक कार्यक्रम चलाया जा रहा है। जिसके तहत स्वयं सेविकाएं निश्शुल्क उन बच्चों को पढ़ा रही हैं, जो आनलाइन शिक्षा से वंचित हैं। साथ ही स्वयं सेविकाओं द्वारा पोस्टर बनाकर इंटरनेट मीडिया के माध्यम से इस संदर्भ में जागरूकता फैलाई जा रही है। जिससे अधिक से अधिक लोग जागरूक हो और शिक्षा के वंचित बच्चों को पढ़ाने की दिशा में कार्य किया जा सके। वहीं स्वयं सेविकाओं ने कई बस्तियों में पहुंचकर बच्चों के साथ समय व्यतीत किया। उन्हें पाठ्य सामग्री उपलब्ध कराते हुए शिक्षा के प्रति जागरूक किया। उधर कालेज की प्रचार्य डा. शशि प्रभा त्यागी व सचिव धीरज सिंह ने कहा कि बालश्रम मानवता के लिए कलंक है। इसे रोकना हम सभी की जिम्मेदारी है और इसी दिशा में महाविद्यालय की स्वयं सेविकाएं कार्यरत हैं।

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