मरीजों से फोन पर मेडिकल किट मिलने का किया सत्यापन

जेएनएन बुलंदशहर शासन द्वारा नामित कोविड नोडल अधिकारी ने ऋतु माहेश्वरी ने सोमवार को कलक्ट्रेट स्थित इंट्रीग्रेटेड कोविड कंट्रोल सेंटर का निरीक्षण किया। सेंटर में तैनात अफसरों को टेलीमेडिसीन के माध्यम से मरीजों को उपचार दिलाने के निर्देश दिए।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 17 May 2021 10:27 PM (IST) Updated:Mon, 17 May 2021 10:27 PM (IST)
मरीजों से फोन पर मेडिकल किट मिलने का किया सत्यापन
मरीजों से फोन पर मेडिकल किट मिलने का किया सत्यापन

जेएनएन, बुलंदशहर : शासन द्वारा नामित कोविड नोडल अधिकारी ने ऋतु माहेश्वरी ने सोमवार को कलक्ट्रेट स्थित इंट्रीग्रेटेड कोविड कंट्रोल सेंटर का निरीक्षण किया। सेंटर में तैनात अफसरों को टेलीमेडिसीन के माध्यम से मरीजों को उपचार दिलाने के निर्देश दिए।

नोडल अधिकारी ऋतु माहेश्वरी ने डीएम रविंद्र कुमार के साथ कोविड कंट्रोल सेंटर का निरीक्षण करते हुए आने वाली शिकायतों और उनके निस्तारण के बारे में जानकारी ली। इतना ही नहीं उन्होंने होमआसोलेट कुछ मरीजों से फोन कर मेडिकल किट मिलने और स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा विजिट करने का सत्यापन भी किया। उन्होंने कहा कि कंट्रोल रूम में संपर्क करने वाले लोगों की समस्याओं का समाधान कराया जाए। कंट्रोल रूम में प्रतिदिन कोविड अस्पतालों में आइसीयू बेड की उपलब्धता, आक्सीजन, वेंटिलेटर आदि की सूचना रखी जाए। टेली मेडिसीन के माध्यम से मरीजों को उपचार दिलाने के लिए डाक्टरों से समन्वय स्थापित करने के निर्देश दिए। इस दौरान एसएसपी संतोष कुमार सिंह, गुंजन द्विवेदी समेत अन्य अफसर मौजूद रहे।

वैक्सीन के पंजीकरण को लग रही केंद्रों पर लाइन

बुलंदशहर, बढ़ती महामारी व प्रशासन की जागरूकता को लेकर आमजन में कोरोना से बचाव को लेकर वैक्सीन लगवाने के लिए तेजी आई है। जहां पहले सुबह के बाद सिकन्द्राबाद सीएचसी, ककोड़, वैर सामुदायिक अस्पताल वैक्सीन के लिए सुनसान हो जाते थे। वहीं अब शाम पांच तक लाइन लग रही है।

हालत यह है कि सिकदराबाद के राजकीय अस्पताल में सुबह से शाम तक वैक्सीन कराने के साथ पंजीकरण कराने वालों की भीड़ उमड़ रही है। सीएचसी प्रभारी एपी सिंह ने बताया कि प्रतिदिन 150 से 200 लोग वैक्सीन की पहली व दूसरी डोज लगवाने पहुँच रहे है। इससे अधिक पहले के मुकाबले पहली डोज लगवाने के लिए पंजीकरण कराने वालों की सख्या बढ़ रही है। लोग पंजीकरण कराने के लिए अस्पताल पहुँच रहे है पंजीकरण के बाद सम्बंधित के मोबाइल पर डोज लगवाने के लिए समय निश्चित किया जा रहा है।

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