इस बार सुकर्मा योग में मनेगी अक्षय तृतीया

जेएनएन बुलंदशहर वैशाख मास के शुक्ल पक्ष में 14 मई को इस बार सुकर्मा योग में अक्षय तृतीया मनाई जाएगी। इस योग के साथ कई ग्रहों के अद्भुत संयोग भी इस बार बन रहे हैं। विशेष रुप से यश वैभव धन संपदा कारक है।योग में अक्षय तृतीया मना

By JagranEdited By: Publish:Wed, 12 May 2021 06:24 PM (IST) Updated:Wed, 12 May 2021 06:24 PM (IST)
इस बार सुकर्मा योग में मनेगी अक्षय तृतीया
इस बार सुकर्मा योग में मनेगी अक्षय तृतीया

जेएनएन: बुलंदशहर

वैशाख मास के शुक्ल पक्ष में 14 मई को इस बार सुकर्मा योग में अक्षय तृतीया मनाई जाएगी। इस योग के साथ कई ग्रहों के अद्भुत संयोग भी इस बार बन रहे हैं। विशेष रुप से यश वैभव धन संपदा कारक है। आचार्य पं. मुकेश मिश्रा के अनुसार तृतीया तिथि का मान शुक्रवार को प्रात: काल 5:36 से अगले दिन सुबह 7:59 तक रहेगा। अक्षय तृतीया वर्ष भर के साढे़ तीन स्वयं सिद्ध मुहूर्त में से एक मुहूर्त माना जाता है। इसे अबूझ मुहूर्त भी कहते हैं। विवाह आदि कोई भी मंगल कार्य इस दिन बिना पूछे कर सकते है। इस दिन भगवान विष्णु माता लक्ष्मी की पूजा का विशेष महत्व होता है। सोना चांदी बर्तन खरीदना भी शुभ दायक माना जाता है। दान पुण्य का भी महत्व इस दिन सबसे ज्यादा होता है।

अक्षय तृतीया पर ग्रहों का संयोग रहेगा फलदायी

आचार्य पं. श्री प्रकाश शर्मा के अनुसार अक्षय तृतीया पर सूर्य मेष राशि से वृष राशि में प्रवेश करेंगे। वृष राशि में सूर्य बुध के संयोग से बुधादित्य योग बनेगा। इस दिन शुक्र स्वराशि वृष में रहेंगे। इस पर शुभ संयोग यह भी बना है इस दिन चंद्रमा उच्च राशि में होंगे। साथ ही चंद्रमा का शुक्र के साथ शुक्रवार को वृष राशि में गोचर करना, धन, समृद्धि और निवेश के लिए बहुत ही शुभ फलदायी है। अक्षय तृतीया पर चंद्रमा संध्या काल में मिथुन राशि में प्रवेश करेंगे। मिथुन राशि में इस समय मंगल का संचार हो रहा है। ऐसे में चंद्रमा के मिथुन राशि में आने से यहां धन योग का निर्माण होगा। स्थायी संपत्ति जैसे जमीन, मकान की खरीदारी करना शुभ फलदायी होगा। इस दिन आप नए कारोबार और काम का आरंभ करना, धन का निवेश या पुण्य का निवेश करना भी उत्तम रहेगा।

अक्षय तृतीया पर करें दान पुण्य

इस बार ग्रहों के संयोग को देखते हुए अक्षय तृतीया के अवसर पर जल से भरा हुआ घड़ा, शक्कर, गुड़, बर्फी, सफेद वस्त्र, नमक, शरबत, चावल, चांदी का दान करना बेहद शुभ फलदायी रहेगा। अक्षय तृतीया के दिन नए संवत्सर के पंचांग और धार्मिक पुस्तकों और फलों का दान भी पुण्य की वृद्धि करने वाला होगा।

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