स्याना के आम उत्पादकों को इस बार भी सता रहा कोरोना का डर

स्याना में कोरोना के बढ़ते मामलों का डर अब एक बार फिर आम उत्पादकों को सताने लगा है। उनको लग रहा है कि पिछले वर्ष की तरह कहीं इस साल भी महामारी के चलते आम की मिठास कम होने से उनका धंधा चौपट न हो जाए। कोरोना वायरस महामारी का डर स्याना के आम उत्पादकों को इस बार भी काफी सता रहा है। उन्हें इस बात की चिता लगी हुई है कि कहीं इस बार भी प्रतिबंधों का प्रभाव उनके कारोबार पर ना पड़े। पिछले वर्ष लाकडाउन का प्रतिकूल प्रभाव आम के व्यवसाय पर पड़ा था। क्योंकि यातायात वगैरह बंद हो गए थे और आम की फसल का निर्यात मुमकिन नहीं था।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 09 May 2021 11:19 PM (IST) Updated:Sun, 09 May 2021 11:19 PM (IST)
स्याना के आम उत्पादकों को इस बार भी सता रहा कोरोना का डर
स्याना के आम उत्पादकों को इस बार भी सता रहा कोरोना का डर

बुलंदशहर, जेएनएन। स्याना में कोरोना के बढ़ते मामलों का डर अब एक बार फिर आम उत्पादकों को सताने लगा है। उनको लग रहा है कि पिछले वर्ष की तरह कहीं इस साल भी महामारी के चलते आम की मिठास कम होने से उनका धंधा चौपट न हो जाए। कोरोना वायरस महामारी का डर स्याना के आम उत्पादकों को इस बार भी काफी सता रहा है। उन्हें इस बात की चिता लगी हुई है कि कहीं इस बार भी प्रतिबंधों का प्रभाव उनके कारोबार पर ना पड़े। पिछले वर्ष लाकडाउन का प्रतिकूल प्रभाव आम के व्यवसाय पर पड़ा था। क्योंकि यातायात वगैरह बंद हो गए थे और आम की फसल का निर्यात मुमकिन नहीं था। क्षेत्र के ग्राम रूखी निवासी प्रसिद्ध आम उत्पादक केदार त्यागी ने बताया कि पिछले वर्ष आम की बंपर फसल हुई थी। लेकिन कोरोना काल के चलते लगे लाकडाउन से आम का अन्य शहरों, राज्यों व विदेशों में निर्यात नहीं हो सका था। जिस कारण आम उत्पादकों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ा था। कहा कि इस बार भी बाग स्वामियों को कोरोना का डर सता रहा है। अगर जल्द ही हालात नहीं सुधरे तो इस बार भी किसानों को आम की फसल का उचित मूल्य नहीं मिलने से भारी नुकसान होगा।

जिले में स्याना तहसील क्षेत्र में सबसे अधिक है आम के बाग...

बुलंदशहर में आम के बागों का क्षेत्रफल लगभग 14 हजार हेक्टेयर से अधिक है। जिसमें सबसे अधिक आम के बाग स्याना तहसील के नगर क्षेत्र व ऊंचागांव में स्थित है। जिस कारण यहां के किसानों की मुख्य खेती आम के बागान की है।

फल पट्टी के नाम से पहचाना जाता है स्याना-क्षेत्र..

स्याना नगर-क्षेत्र फल पट्टी के नाम से पहचाना जाता है। यहां पर दशहरी, चौसा और लंगड़ा आदि आमों की भरमार है। यहां का आम देश के विभिन्न राज्यों के साथ-साथ विदेशों में भी निर्यात किया जाता है।

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