सिद्धेश्वर मंदिर पर भोले बाबा के जयकारों की रहीं गूंज

खुर्जा में सावन के पहले सोमवार को नगर के सिद्धेश्वर मंदिर पर जलाभिषेक करने के लिए श्रद्धालु उमड़ पड़े। सुबह से लेकर शाम तक मंदिर पर श्रद्धालुओं की लाइन लगी रही। खुर्जा के मोहल्ला मुरारीनगर चमन बिहार कालोनी के निकट प्राचीन सिद्धेश्वर मंदिर स्थित है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 26 Jul 2021 10:38 PM (IST) Updated:Mon, 26 Jul 2021 10:38 PM (IST)
सिद्धेश्वर मंदिर पर भोले बाबा के जयकारों की रहीं गूंज
सिद्धेश्वर मंदिर पर भोले बाबा के जयकारों की रहीं गूंज

जेएनएन, बुलंदशहर। खुर्जा में सावन के पहले सोमवार को नगर के सिद्धेश्वर मंदिर पर जलाभिषेक करने के लिए श्रद्धालु उमड़ पड़े। सुबह से लेकर शाम तक मंदिर पर श्रद्धालुओं की लाइन लगी रही। खुर्जा के मोहल्ला मुरारीनगर चमन बिहार कालोनी के निकट प्राचीन सिद्धेश्वर मंदिर स्थित है। वर्षों पूर्व बने सिद्धेश्वर मंदिर पर नगर ही नहीं, बल्कि जनपद भर के लोग आते है। सावन का महीना शुरू होते ही मंदिर पर प्रत्येक सोमवार को शिव की पूजा करने वालों का तांता लगना शुरू हो जाता है। सावन माह शुरू होते ही सावन के प्रथम सोमवार को काफी संख्या में जलाभिषेक करने के लिए सिद्धेश्वर मंदिर पर भक्त उमड़ पड़े। जिससे मंदिर भोलेनाथ के जयकारों से गूंज उठा। श्रद्धालुओं ने लाइन में लगकर शिवलिग पर जलाभिषेक किया। सुबह से लेकर शाम तक मंदिर पर भक्त उमड़ रहे। उधर सुरक्षा की ²ष्टि से मंदिर पर पुलिसकर्मी भी तैनात रहे।

शिवलिग हुआ था प्रकट

मान्यता है कि जिस भूमि पर मंदिर स्थित है। वहां वर्षों पहले किसान हल चला रहे थे। यह वाक्य लगभग पांच से छह सौ वर्ष पुराना है। इसी दौरान यहां पर भूमि से शिवलिग प्रकट हुआ था। जिसके बाद भक्तों के सहयोग से शिव मंदिर का निर्माण कराया गया। वर्तमान में मंदिर की भव्यता लगातार बढ़ती जा रही है। इस मंदिर के बारे में प्रचलित है कि यहां स्थित शिवलिग पाताल लोक शिवलिग है। इसलिए इस शिवलिग पर चढ़ाया जाने वाला दूध बाहर नहीं जाता। मंदिर परिसर में ही जलकुंड बना हुआ है। जिसके बीच में भगवान शिव की प्रतिमा लगी हुई है। मंदिर दर्शन करने आने वाले श्रद्धालु जलकुंड में स्नान भी करते है। मंदिर परिसर में बना जलकुंड भी श्रद्धालुओं के आकर्षण का केंद्र रहता है।

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