मियाद पूरी कर चुके पुल, हादसों का खतरा
जनपद में गंगनगर पर ब्रिटिश कालीन पुल 170 साल पुराने हो चुके हैं। इनकी मियाद पूरी हो चुकी है। अधिकांश पुलों पर एहतियात के तौर पर भारी वाहनों के संचालन पर रोक लगी है। हालांकि कई पुलों पर अभी भी खतरे को नजरअंदाज कर सभी प्रकार के वाहनों का संचालन हो रहा है। ऐसे में कभी भी कोई भी हादसा हो सकता है।
बुलंदशहर, जेएनएन। जनपद में गंगनगर पर ब्रिटिश कालीन पुल 170 साल पुराने हो चुके हैं। इनकी मियाद पूरी हो चुकी है। अधिकांश पुलों पर एहतियात के तौर पर भारी वाहनों के संचालन पर रोक लगी है। हालांकि कई पुलों पर अभी भी खतरे को नजरअंदाज कर सभी प्रकार के वाहनों का संचालन हो रहा है। ऐसे में कभी भी कोई भी हादसा हो सकता है।
ब्रिटिश काल में बने थे पुल
जनपद में अपर गंग नहर की लंबाई 36.38 किमी है। ब्रिटिश काल में ही अपर गंगनहर पर पुलों का निर्माण कराया गया था। वर्ष 1851 में अपर गंग नहर पर कुल पांच पुलों का निर्माण कराया गया। वहीं, वर्ष 1878 में रामघाट गंगनहर पर पुल निर्माण किया गया था।
यहां लगी भारी वाहनों पर रोक
शहर में दिल्ली रोड व खुर्जा बाइपास-वलीपुरा नहर पुल जनपद में प्रवेश और निकास के लिए प्रयोग किए जा रहे थे। वलीपुरा नहर पुल से बड़ी संख्या में वाहन गुजरने के कारण सिचाई विभाग ने एहतियात के तौर पर भारी वाहनों के गुजरने पर रोक लगा रखी है।
यहां रोका गया आवागमन
एनएएच- 91 पर यानि दिल्ली रोड नहर पुल से प्रतिदिन औसतन 40 हजार से अधिक वाहनों का आवागमन होता है। लोक निर्माण विभाग ने दिल्ली रोड पर अपर गंग नहर पर एक दशक पहले दो पुलों का निर्माण कराया था। विभाग ने जर्जर हो चुके ब्रिटिश कालीन पुल को पूरी तरह से बंद कर रखा है।
घरोहर बने पुल
गंगनहर पर 1851 में ब्रिटिश निदेशक ली कोली काउटले के समय पुल निर्माण हुआ था। जिनका उदघाटन भी निदेशक ली कोली काउटले ने ही किया था। गंगनहर पर बने पुल 170 साल पुराने हैं। विभाग ने जर्जर हो चुके ब्रिटिश कालीन पुल की मरम्मत करने को सर्वे शुरू किया है।
इन्होंने कहा..
पुराने पुलों का सर्वे कराया जा रहा है। सर्वे कराने के बाद अक्टूबर माह में इन पुलों की मरम्मत की योजना बनाई जा रही है।
- नानक सिह, एसडीओ अपर गंग नहर।