कोरोना संक्रमण से बिगड़ रहे हैं हालात, व्यवस्था धड़ाम

जिला प्रशासन कोरोना संक्रमण से लड़ने की सारी तैयारी कागजों पर कर रहा है। धीरे-धीरे हालात व्यवस्था के हाथ से बाहर होते जा रहे हैं। एक्टिव मरीजों का आंकड़ा दो हजार को क्रास कर चुका है लेकिन स्वास्थ्य विभाग चैन की बंसी बजा रहा है। रेमडेसिविर इंजेक्शन की किल्लत है इंजेक्शन पाने के लिए आम शहरी को ही नहीं बल्कि अस्पताल में तैनात चिकित्सकों को भी मिलने में परेशानी हो रही है। मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए करीब 932 बेड आरक्षित किए जाने का दावा किया जा रहा है लेकिन वेंटिलेटर की संख्या पूरे जिले में मात्र 24 सरकारी हैं जबकि 2

By JagranEdited By: Publish:Wed, 21 Apr 2021 11:27 PM (IST) Updated:Wed, 21 Apr 2021 11:27 PM (IST)
कोरोना संक्रमण से बिगड़ रहे हैं हालात, व्यवस्था धड़ाम
कोरोना संक्रमण से बिगड़ रहे हैं हालात, व्यवस्था धड़ाम

बुलंदशहर, जेएनएन। जिला प्रशासन कोरोना संक्रमण से लड़ने की सारी तैयारी कागजों पर कर रहा है। धीरे-धीरे हालात व्यवस्था के हाथ से बाहर होते जा रहे हैं। एक्टिव मरीजों का आंकड़ा दो हजार को क्रास कर चुका है लेकिन स्वास्थ्य विभाग चैन की बंसी बजा रहा है। रेमडेसिविर इंजेक्शन की किल्लत है, इंजेक्शन पाने के लिए आम शहरी को ही नहीं बल्कि अस्पताल में तैनात चिकित्सकों को भी मिलने में परेशानी हो रही है। मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए करीब 932 बेड आरक्षित किए जाने का दावा किया जा रहा है, लेकिन वेंटिलेटर की संख्या पूरे जिले में मात्र 24 सरकारी हैं जबकि 28 प्राइवेट अस्पतालों में हैं, जो नोन-कोविड अस्पताल हैं।

कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या हर घंटे बढ़ रही है। बुधवार दोपहर तक एक्टिव मरीजों का आंकड़ा दो हजार से आगे निकल चुका है। हालांकि इसमे से 1700 से ज्यादा मरीजों को होम आइसोलेट किया गया है। बाकि का उपचार जिले के कोविड एल-1 व 2 अस्पतालों के अलावा आसपास के जिलों में भी चल रहा है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा जनपद में संक्रमित के उपचार के लिए दो सरकारी चिकित्सालय, जिला कारागार सहित पांच अस्पतालों में करीब 932 बेड आरक्षित किए हुए हैं। जिसमें 62 बेड पर आइसीयू की सुविधा है। जबकि नौ वेंटिलेटर खुर्जा एल-2 में और चार-चार वेंटिलेटर जिला अस्पताल व जिला महिला अस्पताल में रखे गए हैं। निजी अस्पतालों में 28 वेंटिलेटर की सुविधा उपलब्ध है। स्वास्थ्य अफसरों के अनुसार औरंगाबाद स्थित मदर टेरेसा कालेज और रबूपुरा स्थित प्रकाश अस्पताल में भी कोविड मरीजों के उपचार के लिए व्यवस्था किए जाने को तैयारियां चल रही है।

जनपर के पांच स्थानों पर करीब 932 बेड किए गए है आरक्षित

स्वास्थ्य अफसरों के अनुसार सदर तहसील क्षेत्र के वीआइआइटी एल-1 अस्पताल में 500 बेड, जिला कारागार में 150 बेड, खुर्जा स्थित एल-2 अस्पताल में 100 बेड (24 आइसीयू बेड भी शामिल), गंगानगर स्थित लक्ष्मी लाइफ लाइन में 92 (18 आइसीयू बेड भी शामिल) और सिकंदराबाद स्थित नवीन अस्पताल में 90 बेड (17 आइसीयू बेड भी शामिल) की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा कोरोना संक्रमण या किसी गंभीर स्थिति से निपटने के लिए जनपद के सरकारी चिकित्सालयों में मात्र 17 वेंटिलेटर है। जिसमें चार-चार जिला अस्पताल और जिला महिला अस्पताल में है और शेष खुर्जा कोविड एल-2 में रखे गए हैं।

इनका कहना हे..

कोरोना का संक्रमण लगातार बढ़ रहा है। इसलिए कोविड अस्पताल के रूप में आरक्षित किए गए सभी अस्पतालों को अलर्ट कर दिया है, ताकि जैसे ही मरीजों का लोड बढेगा तो इन अस्पतालों में शिफ्ट कर दिया जाएगा। साथ ही आपात स्थिति से निपटने के लिए सरकारी चिकित्सालयों में 17 और निजी अस्पतालों में 28 वेंटिलेटर की सुविधा है।

डा. भवतोष शंखधर, सीएमओ

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