बारिश ने फेरा गन्ना किसानों की उम्मीदों पर पानी

अक्टूबर माह में जिले की सभी चीनी मिले पेराई सत्र शुरू कर देंगी राज्य सरकार की यह घोषणा अब हकीकत में बदलती नहीं दिख रही है। चीनी मिल तैयारियों को लेकर पहले से ही लेटलतीफ थे और अब इन्हें बारिश से खेतों में पानी भरने का बहाना मिल चुका है। हैरत की बात यह है कि जिला गन्ना अधिकारी भी चीनी मिलों के ही सुर से ताल मिला रहे हैं। बारिश से एक-दो दिन नहीं बल्कि 15 दिनों तक चीनी मिलों की लेटलतीफ होना तय है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 22 Oct 2021 07:56 PM (IST) Updated:Fri, 22 Oct 2021 07:56 PM (IST)
बारिश ने फेरा गन्ना किसानों की उम्मीदों पर पानी
बारिश ने फेरा गन्ना किसानों की उम्मीदों पर पानी

बुलंदशहर, जेएनएन। अक्टूबर माह में जिले की सभी चीनी मिले पेराई सत्र शुरू कर देंगी, राज्य सरकार की यह घोषणा अब हकीकत में बदलती नहीं दिख रही है। चीनी मिल तैयारियों को लेकर पहले से ही लेटलतीफ थे और अब इन्हें बारिश से खेतों में पानी भरने का बहाना मिल चुका है। हैरत की बात यह है कि जिला गन्ना अधिकारी भी चीनी मिलों के ही सुर से ताल मिला रहे हैं। बारिश से एक-दो दिन नहीं बल्कि 15 दिनों तक चीनी मिलों की लेटलतीफ होना तय है।

जिले में 1.19 लाख किसान परिवार गन्ने की फसल से जुड़े हैं। जनपद के चार चीनी मिलों वेव, साबितगढ़, अनामिका और अनूपशहर चीनी मिल को गन्ना आपूर्ति करते हैं। जबकि जिले की सीमाओं से सटे चीनी मिल सिभावली, बृजनाथपुर, चंदनपुर और रजपुरा चीनी मिलों को भी बुलंदशहर के किसान गन्ना आपूर्ति करते हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गन्ना किसानों को राहत देते हुए चीनी मिल नवंबर के स्थान पर 25 अक्टूबर तक पेराई सत्र शुरू करने का एलान किया था। सूबे के मुखिया के निर्देश पर जिला गन्ना विभाग हरकत में आया और चीनी मिल प्रबंधन के साथ बैठक कर पेराई सत्र के लिए तैयारियां शुरू करने के निर्देश डीसीओ ने दिए थे। इसका असर जिले की चारों चीनी मिलों में से किसी पर भी नहीं पड़ा है। दो दिन पूर्व क्रय केंद्रों का रिजर्वेशन चीनी मिलों तक पहुंचाया गया है। इसके बावजूद अभी तक क्रय केंद्र खोलना तो दूर अभी तैयारियां भी शुरू नहीं हुई है। हालात यह हैं कि अधिकांश चीनी मिलों ने किसानों को कलेंडर तक जारी नहीं किए हैं। मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार मात्र तीन दिन शेष बचे हैं लेकिन चीनी मिलों में अभी भी 30 से 40 प्रतिशत काम मरम्मतीकरण का बाकी है।

दीपावली बाद आएंगे मजदूर

जनपद में बिहार, उड़ीसा और मध्यप्रदेश के मजदूर गन्ना पेराई सत्र में ठेके पर मजदूर लाए जाते हैं। अभी तक किसी भी चीनी मिल में लेबर तक नहीं आए हैं। चीनी मिल प्रबंधन की मानें तो पेराई सत्र दीपावली बाद ही शुरू हो पाएगा।

किसानों की टूटी उम्मीद

दो दिनों तक लगातार हुई बारिश के बाद मौसम साफ है और दिन का तापमान बढ़ने से अधिकांश पानी सूख गया है। किसान खेतों में गिरी धान की फसल को उठाकर सरसों और आलू की बुआई के साथ-साथ 20 नवंबर तक खेत खाली होने पर गेहूं की फसल बुआई की तैयारियों में जुटे हैं। लेकिन गन्ना पेराई सत्र लेट लतीफी होने के चलते इनकी उम्मीदों पर पानी फिर गया है।

इन्होंने कहा..

चीनी मिलों को अक्टूबर माह के अंत तक पेराई सत्र शुरू कराने के लिए कहा गया है। बारिश के चलते पेराई सत्र कुछ लेट जरूर हुआ है लेकिन मुख्यमंत्री की घोषणा के मुताबिक ही पेराई सत्र शुरू कराया जाएगा।

-डीके सैनी, जिला गन्ना अधिकारी।

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