घेवर की खुशबू से महका पाटरी नगरी का बाजार

खुर्जा में रक्षाबंधन पर्व के नजदीक आते ही बाजार में घेवर की खुशबू छाने लगी है। इस वर्ष पिछले वर्षों की तुलना में कुछ समय पहले ही घेवर की बिक्री शुरू हो गई है। वैसे खुर्जा की खुरचन के अलावा यहां का घेवर भी दूर-दूर तक प्रसिद्ध है। यहां का घेवर दिल्ली के साथ-साथ नोएडा क्षेत्र में भी आपूर्ति किया जाता है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 06 Aug 2021 11:10 PM (IST) Updated:Fri, 06 Aug 2021 11:10 PM (IST)
घेवर की खुशबू से महका पाटरी नगरी का बाजार
घेवर की खुशबू से महका पाटरी नगरी का बाजार

जेएनएन, बुलंदशहर। खुर्जा में रक्षाबंधन पर्व के नजदीक आते ही बाजार में घेवर की खुशबू छाने लगी है। इस वर्ष पिछले वर्षों की तुलना में कुछ समय पहले ही घेवर की बिक्री शुरू हो गई है। वैसे खुर्जा की खुरचन के अलावा यहां का घेवर भी दूर-दूर तक प्रसिद्ध है। यहां का घेवर दिल्ली के साथ-साथ नोएडा क्षेत्र में भी आपूर्ति किया जाता है।

विशेष मिठाई खुरचन के लिए खुर्जा को जाना जाता है। दूसरी तरफ यहां तैयार किए जाने वाले घेवर की भी काफी मांग है। सावन माह में यहां के घेवर की मांग काफी बढ़ जाती है। इसके अलावा सावन माह में लोग तीज व रक्षाबंधन के पर्व पर मिठाई के रूप में भी घेवर ही देना पसंद करते हैं। शादी के बाद बहन-बेटियों को भी घेवर अवश्य दिया जाता है। सावन के महीने में घेवर की खुशबू पूरे बाजार को महका देती है और तीज-रक्षाबंधन के अवसर पर घेवर की दुकानों पर भीड़ देखते ही बनती है। घेवर दो तरह को होता है, फीका व मीठा। फीके घेवर को बेसन लपेटकर तलकर पकौड़े बनाए जाते हैं। घेवर के अलावा फेनियां भी बाजार में खूब बिकती हैं। अभी से लगातार घेवर की मांग बढ़ने लगी है। बिदा वाला चौक स्थित पंडित शिवलाल उस्ताद मिठाई दुकान के संचालक चेतन चाचा ने बताया कि पुराने समय में दो तरह के सादा और मावा वाले घेवर तैयार किए जाते थे, लेकिन पिछले तीन वर्षों से युवाओं की पंसद को देखते हुए कई फ्लेवर में घेवर को तैयार कराया जा रहा है। यहां पर केसर, ईलाजी, चाकलेट, गुलाब और आम आदि फ्लेवर में घेवर तैयार किया जा रहा है।

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