प्रांगण बनाए चकाचक, रसोई में हो खाने का पूरा प्रबंध
बच्चों के स्कूल पहुंचने से पहले शिक्षकों को प्रांगण की साफ-सफाई करवाकर चकाचक कराना होगा। पढ़ाई के लिए स्वच्छ वातावरण बनाना होगा। मिड-डे-मील बनाने वाली रसोइयों को भी रसोई में जरूरत के सामानों को व्यवस्थित करना होगा।
जेएनएन, बुलंदशहर। बच्चों के स्कूल पहुंचने से पहले शिक्षकों को प्रांगण की साफ-सफाई करवाकर चकाचक कराना होगा। पढ़ाई के लिए स्वच्छ वातावरण बनाना होगा। मिड-डे-मील बनाने वाली रसोइयों को भी रसोई में जरूरत के सामानों को व्यवस्थित करना होगा। शुद्ध और पौष्टिक भोजन बनाने की तैयारी पूरी करने होगी। बीएसए ने स्कूल खोलने से पहले वहां व्यवस्थाएं चाक-चौबंद कराने के लिए सभी खड़ शिक्षाधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी है। जिसके तहत खंड शिक्षाधिकारियों ने सभी प्रधानाध्यापक, इंचार्ज और रसोइयों को निर्देश जारी किए गए हैं।
कोरोना काल संक्रमण के चलते करीब 11 माह से बंद परिषदीय स्कूल दस फरवरी से खोल दिए गए। हालांकि कोविड-19 की गाइडलाइन के अनुसार मानकों का पालन करते हुए उच्च प्राथमिक विद्यालयों के बच्चों को बुलाया गया। अब शासन की ओर से एक मार्च से मान्यता प्राप्त, प्राथमिक स्कूल भी खोलने के आदेश जारी हो गए हैं। जिनमें कोरोना संक्रमण की रोकथाम करते हुए बच्चों को शिक्षण दिलाना होगा। ऐसे में व्यवस्थाओं को दुरुस्त कराने में अफसर जुट गए हैं। स्कूलों में शैक्षिक गतिविधियां सपन्न कराने के साथ बच्चों को तंदरुस्त बनाने के लिए भी कवायद की जा रही है। इन्होंने कहा.
कोविड-19 की गाइडलाइन का पालन करते हुए अब एक अप्रैल से प्राथमिक विद्यालय भी खोले जा रहे हैं। विद्यालयों में व्यवस्थाएं दुरुस्त कराने के निर्देश खंड शिक्षाधिकारियों को दिए हैं।
अखंड प्रताप सिंह, बीएसए
थैलेसीमियां पीड़ितों की होली के रंग राष्ट्रपति के संग
बुलंदशहर। लाइलाज थैलेसीमिया रोग से जूझ रहे बच्चे इस बार होली पर राष्ट्रपति के साथ गुलाल उड़ाना चाहते हैं। इसके लिए बाकायदा जिलाधिकारी के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भिजवाया है।
आल इंडिया थैलिसीमिया मिशन के संयोजक मनवीर सिंह के नेतृत्व में गुरुवार को मिशन से जुड़े सदस्य जिलाधिकारी के पास पहुंचे। ज्ञापन सौंपते हुए बताया कि थैलेसीमिया एक लाइलाज बीमारी है। इसका अंत मृत्यु है, इससे जूझ रहे बच्चों का हौंसला न टूटे इसके लिए उनके स्वजनों के साथ-साथ उनकी संस्था भी कुछ न कुछ करती ही रहती है। मानवीर सिंह ने बताया कि इस बार इन बच्चों की इच्छा है कि वह राष्ट्रपति के होली मिलन समारोह में शामिल हों, ताकि यह होली उनके जीवन की यादगार हो जाए। ज्ञापन देने वालों में शिवानी, प्रेमवीर, अमित कुमार, आयुष शर्मा, दिनेश, रिद्धी, हर्षित, मंजू, सुमित, मौसमी, मुकुंद, प्रतीक तथा अनिल आदि थे।