एडीओ के आदेश पर हुई थी कमिशन खोरी की बंदरबाट
औरंगाबाद क्षेत्र के गांव मूढ़ी बकापुर के सरकारी स्कूल में भ्रष्टाचार से बनी दीवार में आई लागत का भुगतान एडीओ पंचायत के आदेश पर हुआ था। साफ है बंदरबांट के कारण दीवार में भारी गोलमाल किया गया। इसी का खामियाजा गांव व बचों को भुगतना पड़ा।
जेएनएन, बुलंदशहर। औरंगाबाद क्षेत्र के गांव मूढ़ी बकापुर के सरकारी स्कूल में भ्रष्टाचार से बनी दीवार में आई लागत का भुगतान एडीओ पंचायत के आदेश पर हुआ था। साफ है बंदरबांट के कारण दीवार में भारी गोलमाल किया गया। इसी का खामियाजा गांव व बच्चों को भुगतना पड़ा।
लखावटी ब्लॉक के गांव मूढ़ी बकापुर के संविलियन स्कूल में छात्रा भावना की मौत के बाद पूर्व प्रधान ज्ञानेंद्र सिंह गुरूवार को सीडीओ अभिषेक पांडेय से मिले और अपना पक्ष रखा। प्रधान ज्ञानेंद्र के मुताबिक दीवार का भुगतान फरवरी माह में हुआ था। 25 दिसम्बर को ही सरकार ने उनके अधिकार सीज कर दिये थे। ऐसे में एडीओ पंचायत श्रीपाल सिंह के आदेश पर ही इस दीवार का भुगतान ग्राम पंचायत सचिव मुकेश ने ठेकेदार को किया था। सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि पेयजल की दीवार का निर्माण खड़ंजे के ऊपर किया था। ठेकेदार द्वारा दीवार की बुनियाद नहीं खुदवाई गई थी। जिस कारण ठेकेदार की लापरवाही से ही हादसा हुआ है। ग्राम पंचायत सचिव और जेई ने भी मानक देखना उचित नहीं समझा था। ठेकेदार लखावटी की पूर्व ब्लॉक प्रमुख बताई जाती है। पूरे प्रकरण की सीडीओ स्तर से जांच की जा रही है।
स्कूल परिसर में दोनों नल खराब
जिस विद्यालय में यह हादसा हुआ। दो सरकारी नल लगी हुई है। दोनों ही नल पिछले कई माह से खराब पड़ी हुई है। ग्रामीणों का आरोप है कि पंचायत सचिव से इसकी कई बार शिकायत की। सचिव ने नल को ठीक कराना उचित नहीं समझा। औरंगाबाद इंस्पेक्टर योगेन्द्र सिंह मलिक ने बताया कि एडीओ पंचायत श्रीपाल सिंह द्वारा दी गई तहरीर के आधार पर तत्कालीन प्रधान ज्ञानेन्द्र सिंह, सचिव मुकेश कुमार, जेई मंदीप कुमार और ठेकेदार सुनीता के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।