फर्जी निकला समझौतानामा, वादी की जगह लगाया छोटे भाई का फोटो
सुधीर क्लीनिक एवं नर्सिंग होम में डेंगू मरीज की मौत के मामले में शहर कोतवाली पुलिस व नर्सिंग होम मालिक जिस समझौते को पेश कर रहे हैं वह फर्जी निकला है। स्वजन ने इस बाबत जिलाधिकारी से मिलकर शिकायत की बात कही है।
जेएनएन, बुलंदशहर। सुधीर क्लीनिक एवं नर्सिंग होम में डेंगू मरीज की मौत के मामले में शहर कोतवाली पुलिस व नर्सिंग होम मालिक जिस समझौते को पेश कर रहे हैं, वह फर्जी निकला है। स्वजन ने इस बाबत जिलाधिकारी से मिलकर शिकायत की बात कही है।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में युसूफ की मौत अत्याधिक रक्तस्त्राव से होने की पुष्टि हुई है। पुलिस कार्रवाई न करने के पीछे मृतक के स्वजन के साथ हुए समझौते को आधार बता रही है। जबकि समझौते में जिले के एक चर्चित सफेदपोश की भूमिका संदिग्ध है।
यूसुफ के साले फकरुद्दीन ने रविवार को बताया कि समझौते के दौरान यूसुफ के बड़े भाई शरीफ सैफी, ग्राम प्रधान और वह स्वयं मौजूद थे। समझौते में तय हुआ था कि यदि मरीज की मौत चिकित्सकों की लापरवाही से नहीं बल्कि डेंगू से हुई है तो वे समझौता कर लेंगे, नहीं तो पुलिस आरोपित चिकित्सक के खिलाफ कार्रवाई करेगी। इस मामले में आकिल उर्फ आलमशेर ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी। डीएम-एसएसपी को जो समझौता नामा दिया गया उसमें आकिल की बजाए, छोटे भाई नासिर सैफी के हस्ताक्षर व फोटो है। दर्ज रिपोर्ट निरस्त करने को जो प्रार्थनापत्र दिया गया उसमें आकिल सैफी की बजाय नाम आकिल खान लिखा है। आकिल सैफी ने कहा, उसने कोई समझौता नहीं किया है। अब यूसुफ के बड़े भाई की हालत बिगड़ गई है। स्वजनों के अनुसार, हार्ट अटैक के बाद उन्हें रोहिणी स्थित आंबेडकर अस्पताल में भर्ती कराया गया। स्वजन ने कहा कि ग्रामीणों के साथ मंगलवार को नवनियुक्त डीएम सीपी सिंह से मिलकर कार्रवाई की गुहार करेंगे।
कल दर्ज होंगे बयान
स्वास्थ्य विभाग ने इस मामले में बयान दर्ज करने के लिए मंगलवार का दिन निर्धारित किया है। एसीएमओ, नोडल डा. एके भंडारी ने बताया कि बयान दर्ज कराने के लिए नर्सिंग होम प्रबंधन को नोटिस भेज दिया गया है।