शिक्षक नेता बोले ओम प्रकाश शर्मा के निधन से शिक्षा जगत को बड़ी क्षति
पूर्व एमएलसी और शिक्षक नेता ओमप्रकाश शर्मा के निधन से जिलेभर के शिक्षकों में शोक की लहर दौड़ गई। ओम प्रकाश शर्मा बुलंदशहर के शिक्षकों से सदैव जुड़े रहे और एक आवाज पर ही समस्याओं की लड़ाई लड़ने के लिए बुलंदशहर पहुंच जाते थे।
जेएनएन, बुलंदशहर। पूर्व एमएलसी और शिक्षक नेता ओमप्रकाश शर्मा के निधन से जिलेभर के शिक्षकों में शोक की लहर दौड़ गई। ओम प्रकाश शर्मा बुलंदशहर के शिक्षकों से सदैव जुड़े रहे और एक आवाज पर ही समस्याओं की लड़ाई लड़ने के लिए बुलंदशहर पहुंच जाते थे।
माध्यमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष आनंद शर्मा ने बताया कि मेरठ और सहारनपुर शिक्षा निर्वाचन क्षेत्र से लगातार आठ बार ओम प्रकाश शर्मा एमएलसी चुने गए। शिक्षकों की समस्याओं के लिए हमेशा तत्पर रहते थे। बुलंदशहर जिले में जौलीगढ़ इंटर कालेज में शिक्षक की मौत के बाद वह लखनऊ तक लड़े और मामले की जांच करा कर डीआइओएस तलब कराया। कई बार उनको डीआइओएस कार्यालय पर बुलाया गया तो वह तुरंत दौड़े चले आए। इनके निधन से शिक्षा जगत को बहुत बड़ी क्षति हुई है। जिला मंत्री योगेंद्र सिंह ने उनको श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि शिक्षा जगत के इतिहास में इतना ईमानदार और मजबूत शिक्षक नेता होना बहुत मुश्किल है। कितनी भी बड़ी समस्या हुई जब भी ओम प्रकाश शर्मा से बात हुई तो उन्होंने सिर्फ एक ही बात कही हल हो जाएगी। घबराओ मत। जिले भर के शिक्षकों ने ओम प्रकाश शर्मा को श्रद्धांजलि अíपत की है रविवार को एक शोक सभा का भी आयोजन उनकी आत्मा की शांति के लिए किया जाएगा।
छात्राओं को सिखाए आत्मरक्षा के गुर
शहर के आइपी डिग्री कालेज के तत्वावधान में चल रहे एनएसएस शिविर में शनिवार को छात्राओं को आत्मरक्षा के गुर सिखाए गए। साथ ही आत्मरक्षा के लिए प्रेरित भी किया। शिविर में प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया।
कार्यक्रम अधिकारी डा. यशवंत राय और शिखा राजपूत ने स्वयं सेवक और स्वयं सेविकाओं के साथ श्रमदान किया। मुख्य अतिथि हरिकेश राजपूत, पूनम चौहान और चितन चौधरी और भावना लोधी ने आत्मरक्षा के गुर सिखाए। बेसिक शिक्षा विभाग की व्यायाम शिक्षक चितन चौधरी ने छात्राओं को बताया कि छात्रा को हर परिस्थिति से निपटने के लिए तैयार रहना चाहिए। किसी परिस्थिति में घबराएं नहीं। अपनी सुरक्षा के लिए तुरंत तैयार रहें। इसके लिए प्रशिक्षित रहने की जरुरत है। मदद के लिए शोर मचाएं। जब तक मदद पहुंचें असामाजिक तत्व का मुकाबला करते रहें। इसके लिए दाव-पेच का इस्तेमाल करें। शिविर में प्रतियोगिता भी आयोजित की गई। छाया चौधरी, संजय सिहं, राजेश शुक्ला, बुशरा रज्जाक समेत कई लोग मौजूद रहे।