शहीद ले. कर्नल बेटे की याद में बनवाया मंदिर
रिटायर्ड मेजर ने शहीद ले. कर्नल बेटे की स्मृति में पैतृक गांव जुगसाना में मंदिर का निर्माण कराया है। मंदिर में भगवान राम सीता और हनुमान की मूर्तियों के साथ-साथ शहीद बेटे राम शर्मा की प्रतिमा भी स्थापित कराई है।
जेएनएन, बुलंदशहर। रिटायर्ड मेजर ने शहीद ले. कर्नल बेटे की स्मृति में पैतृक गांव जुगसाना में मंदिर का निर्माण कराया है। मंदिर में भगवान राम, सीता और हनुमान की मूर्तियों के साथ-साथ शहीद बेटे राम शर्मा की प्रतिमा भी स्थापित कराई है।
जुगसाना गांव निवासी निवासी मेजर हरिशचंद्र के बडे़ बेटे राम शर्मा राजपूताना राइफल्स में लेफ्टिनेंट कर्नल थे। कश्मीर में आतंकवाद रोधी अभियान में उनके गोली लगी थी और छह माह अस्पताल में रहने के बाद 11 फरवरी 2010 को शहीद हो गए थे। रिटायर्ड मेजर हरिचंद्र ने बेटे राम शर्मा की स्मृति में गांव में मंदिर का निर्माण कराया है। मंदिर में भगवान की मूर्तियों के साथ-साथ बेटे राम की प्रतिमा भी स्थापित कराई है। शनिवार को मंदिर के उद्घाटन के बाद भंडारे का आयोजन हुआ। जिसमें प्रशासनिक अधिकारियों के अलावा आसपास के गांवों के लोग शामिल हुए।
वीरचक्र से सम्मनित हैं रिटायर्ड मेजर हरिशचंद्र
जुगासाना गांव निवासी हरिशचंद्र चार दशक पहले जाट रेजिमेट में भर्ती हुए और मेजर के पद पर रहते हुए वर्ष 1971 में भारत-पाक युद्ध में दुश्मन को हथियार डालने पर मजबूर किया। इसी वीरता के लिए उन्हें वीरचक्र मिला।
मन और मंदिर में बसा है राष्ट्रध्वज
शहीद राम शर्मा की स्मृति में बने मंदिर में 40 फिट ऊंचे राष्ट्रीय ध्वज की स्थापना की गई है। मंदिर में प्रवेश करते ही राष्ट्रीय ध्वज को सलामी देने के बाद भगवान के दर्शन होते हैं।
देश सेवा में परिवार
बड़े पुत्र : राम शर्मा, कमीशंड अफसर राजपूताना राइफल्स व लेफ्टिनेंट कर्नल रैंक काश्मीर आतंकवाद रोधी अभियान में शहीद।
छोटे पुत्र : श्याम शर्मा, लेफ्टिनेंट कर्नल रैंक
पुत्री : अनुपमा आर्मी पब्लिक स्कूल में टीचर
दामाद : राजेश नौटियाल कर्नल रैंक से सेवानिवृत्त।