अधिकारियों की सुस्ती से बढ़ रही जमाखोरी और कालाबाजारी

लाकडाउन या कोरोना क‌र्फ्यू ने ऐसे हालात पैदा कर दिए हैं कि अब दुकानों पर ओवर रेट सामान मिल रहा हैं। फिर भी ग्राहक जेब ढीली कर रहे हैं और महंगे दामों पर खरीदकर घरों में सामान जमा कर रहे हैं। ऐसे में कालाबाजारी के साथ सामानों की जमाखोरी शुरू हो गई है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 18 May 2021 09:40 PM (IST) Updated:Tue, 18 May 2021 09:40 PM (IST)
अधिकारियों की सुस्ती से बढ़ रही जमाखोरी और कालाबाजारी
अधिकारियों की सुस्ती से बढ़ रही जमाखोरी और कालाबाजारी

जेएनएन, बुलंदशहर। लाकडाउन या कोरोना क‌र्फ्यू ने ऐसे हालात पैदा कर दिए हैं कि अब दुकानों पर ओवर रेट सामान मिल रहा हैं। फिर भी ग्राहक जेब ढीली कर रहे हैं और महंगे दामों पर खरीदकर घरों में सामान जमा कर रहे हैं। ऐसे में कालाबाजारी के साथ सामानों की जमाखोरी शुरू हो गई है। जिसकी रोकथाम करने के लिए जिम्मेदार गंभीर नजर नहीं आ रहे हैं।

देवीपुरा निवासी सुनील का कहना है कि लाकडाउन या कोरोना क‌र्फ्यू में दैनिक आपूर्ति की वस्तुओं की दुकानों को निर्धारित तीन घंटे ही खोलने के निर्देश है। ऐसे में लोग इस आशंका से घिरे हैं कि संक्रमण की चैन तोड़ने के लिए लाकडाउन या कोरोना क‌र्फ्यू अभी और लंबा चलेगा। इस मौके को दुकानदारों ने भुनाना शुरू कर दिया है। उन्होंने दैनिक आपूर्ति के दाम बढ़ा दिए हैं। खाद्य सामग्री, दैनिक आपूर्ति से लेकर बीड़ी, सिगरेट, पान मसाला तक ओवर रेट पर बेचे जा रहे हैं। मास्क और सैनिटाइजर की डिमांड भी बढ़ने से इनके दाम भी बढ़ा दिए हैं। इतना ही नहीं इम्युनिटी बढ़ाने के के लिए मौसमी फलों के साथ नींबू, आंवला तक महंगे हो गए हैं। विटामिन सी एवं जिक समेत पैरासिटामाल दवाओं पर भी ब्लैक मार्केटिग हो रही है। इन महंगे दामों पर सामानों को खरीदना लोगों की मजबूरी हो गई है। कोरोना की चेन तोड़ने को बढ़ाई पांबदी

दरअसल, कोरोना की चैन तोड़ने के लिए सरकार ने पहले शुक्रवार की रात्रि आठ बजे से नाइट कफ्यूर्् लागू किया। इसके बाद शनिवार और रविवार को लाकडाउन लगाया। जिसकी मियाद बढ़ाकर बाद में सोमवार तक की गई। धीरे-धीरे इसे बढ़ाकर अब 24 मई सुबह सात बजे तक पाबंदी लगाई गई है। अफसरों की सुस्ती का उठा रहे फायदा

पिछले साल कालाबाजारी और जमाखोरी के मामले प्रकाश में आते ही प्रशासन हरकत में आ गया था। सामानों की रेट लिस्ट जारी की थी। कालाबाजारी और जमाखोरी की रोकथाम के लिए अफसरों की फौज अफसर मैदान में उतर आई थी। ओवर रेट पर दुकानों के चालान किए गए थे। हालांकि यह रेट लिस्ट आज भी जारी की है, लेकिन इस बार अफसर सुस्त नजर आ रहे हैं जिसका फायदा दुकानदार उठाकर मनमानी कर रहे हैं।

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