दूसरे सोमवार को भी मंदिरों के गेट पर ही हुई पूजा-अर्चना

सावन के दूसरे सोमवार को भी श्रद्धालुओं ने मंदिर गेट से ही भगवान शिव की आराधना की। हालांकि मंदिरों में श्रद्धालुओं जलाभिषेक नहीं कर सके। उधर पुलिसकर्मी मंदिर पर तैनात रहे। जनपद में प्रख्यात सिद्धेश्वर मंदिर से हजारों लोगों की आस्था जुड़ी हुई है। सावन माह में तो मंदिर पर काफी संख्या में श्रद्धालु उमड़ते हैं लेकिन इस बार कोरोना का साया मंदिर पर भी दिखाई दिया। यहीं कारण है कि सावन मास में श्रद्धालुओं के लिए मंदिर नहीं खोले गए हैं। सावन के दूसरे सोमवार को मंदिर के गेट नहीं खुल सका।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 14 Jul 2020 12:04 AM (IST) Updated:Tue, 14 Jul 2020 06:07 AM (IST)
दूसरे सोमवार को भी मंदिरों के गेट पर ही हुई पूजा-अर्चना
दूसरे सोमवार को भी मंदिरों के गेट पर ही हुई पूजा-अर्चना

बुलंदशहर, जेएनएन। सावन के दूसरे सोमवार को भी श्रद्धालुओं ने मंदिर गेट से ही भगवान शिव की आराधना की। हालांकि मंदिरों में श्रद्धालुओं जलाभिषेक नहीं कर सके। उधर, पुलिसकर्मी मंदिर पर तैनात रहे।

जनपद में प्रख्यात सिद्धेश्वर मंदिर से हजारों लोगों की आस्था जुड़ी हुई है। सावन माह में तो मंदिर पर काफी संख्या में श्रद्धालु उमड़ते हैं, लेकिन इस बार कोरोना का साया मंदिर पर भी दिखाई दिया। यहीं कारण है कि सावन मास में श्रद्धालुओं के लिए मंदिर नहीं खोले गए हैं। सावन के दूसरे सोमवार को मंदिर के गेट नहीं खुल सका। सुबह से ही मंदिर पर श्रद्धालुओं का आना तो शुरू हो गया। लेकिन मंदिर का गेट बंद रहने से श्रद्धालुओं ने बाहर से भोले बाबा के दर्शन किए। वहीं पूजा के लिए लाई गई सामग्री को उन्होंने गेट पर ही रखे गए बर्तनों में रख दिया। वहीं जलाभिषेक भी श्रद्धालु नहीं कर सके। हालांकि मंदिर के पुजारियों के द्वारा बाहर बाल्टी रख दी गई थी। जिसमें श्रद्धालुओं के जल को एकत्र किया जा रहा था। मंदिर के पुजारी विनोद गिरी ने बताया कि बाल्टी के भरने पर वह खुद मंदिर में जाकर शिवलिग पर जलाभिषेक कर रहे हैं।

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