सिर पर ढो रहीं बैगों से भरे बोरे, बालिकाओं की तस्वीरें वायरल
जेएनएन बुलंदशहर भले ही कोरोना की वजह से बचों के लिए परिषदीय स्कूल बंद चल रहे हो लेकिन कुछ शिक्षक बचों को स्कूल बुलाकर मजदूरी कराने से नहीं चूक रहे हैं। इंटरनेट मीडिया पर वायरल स्कूल प्रांगण में सिर पर बैगों के बोरे ढोते बचों की तस्वीर इस हकीकत को उजागर कर गई।
जेएनएन, बुलंदशहर : भले ही कोरोना की वजह से बच्चों के लिए परिषदीय स्कूल बंद चल रहे हो, लेकिन कुछ शिक्षक बच्चों को स्कूल बुलाकर मजदूरी कराने से नहीं चूक रहे हैं। इंटरनेट मीडिया पर वायरल स्कूल प्रांगण में सिर पर बैगों के बोरे ढोते बच्चों की तस्वीर इस हकीकत को उजागर कर गई। जैसे ही मामला मीडिया के संज्ञान में आया तो बेसिक शिक्षा विभाग के अफसरों में खलबली मच गई। आनन-फानन में जांच बैठाकर वायल होती तस्वीर का सच जानने की कवायद शुरू हो गई।
दरअसल, वायरल तस्वीरों में कुछ बच्चे सिर पर बोरे उठाए हुए खड़े हैं। यह बोरे बैगों से भरे बताए गए हैं। यह तस्वीरें ऊंचागांव ब्लाक के प्याना कलां संविलियन विद्यालय की बताई जा रही है। दो दिन पहले यह तस्वीरें शिक्षकों से लेकर अन्य वाट्सएप गु्रपों पर वायरल होने लगी। इंटरनेट मीडिया पर इन्हें वायरल करके तरह-तरह के कमेंट्स शिक्षा विभाग पर किए जाने लगे। आलम यह रहा कि शिक्षा विभाग के जिम्मेदारों ने वायरल होती इन तस्वीरों पर गौर फरमाकर कार्रवाई करने की जहमत नहीं उठाई। अब जैसे ही मीडिया के हाथ यह तस्वीरें लगी तो परिषदीय स्कूलों में बच्चों से मजदूरी कराने की पड़ताल शुरू हो गई। नींद से अफसर जाग उठे और वायरल तस्वीरों के आधार पर आरोपों से घिरे स्कूल के शिक्षकों का जबाव-तलब किया जाने लगा। इन्होंने कहा..
बैग वितरण का कोई कार्य फिलहाल स्कूल में नहीं हो रहा। वायरल तस्वीरों जिस विद्यालय की बताई जा रही हैं। उनके प्रधानाध्यापक सहित अन्य शिक्षकों से स्पष्टीकरण मांगा जा रहा है। इसका जबाव आने पर उचित कार्रवाई की जाएगी।
--गिरीश कुमार, खंड शिक्षाधिकारी मामला अभी संज्ञान में आया। इसकी जानकारी कराई जा रही है। हालांकि परिषदीय स्कूल बच्चों के लिए बंद हैं। वहां किसने बच्चे बुलाए और उनसे बोरे उठवाएं इसकी जांच कराई जा रही है। जांच रिपोर्ट आने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
--अखंड प्रताप सिंह, बीएसए