कृषि कानून का रालोद ने जताया विरोध, सौंपा ज्ञापन

किसानों की समस्याओं को लेकर राष्ट्रीय लोकदल भी सड़क पर उतर आया है। बुधवार को कृषि कानून के विरोध में राष्ट्रीय लोकदल ने प्रीत विहार से पैदल मार्च निकाला। कलक्ट्रेट पहुंचकर विरोध प्रदर्शन कर राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन एडीएम प्रशासन को सौंपा। उन्होंने कहा कि यदि कृषि कानून को सरकार ने वापस नहीं लिया तो उग्र आंदोलन किया जाएगा।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 02 Dec 2020 06:38 PM (IST) Updated:Wed, 02 Dec 2020 06:38 PM (IST)
कृषि कानून का रालोद ने जताया विरोध, सौंपा ज्ञापन
कृषि कानून का रालोद ने जताया विरोध, सौंपा ज्ञापन

बुलंदशहर : किसानों की समस्याओं को लेकर राष्ट्रीय लोकदल भी सड़क पर उतर आया है। बुधवार को कृषि कानून के विरोध में राष्ट्रीय लोकदल ने प्रीत विहार से पैदल मार्च निकाला। कलक्ट्रेट पहुंचकर विरोध प्रदर्शन कर राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन एडीएम प्रशासन को सौंपा। उन्होंने कहा कि यदि कृषि कानून को सरकार ने वापस नहीं लिया तो उग्र आंदोलन किया जाएगा।

युवा जिलाध्यक्ष नावेश राजौरा ने कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी अजीत सिंह के निर्देशानुसार केंद्र सरकार की ओर से लाए गए तीन कानूनों का पार्टी विरोध जता रही है। यह तीनों कानून किसान विरोधी हैं। पूर्व विधायक दिलनवाज खान ने कहा कि इन कानूनों से किसान को कम और पूंजीपतियों को अधिक फायदा पहुंचेगा। इसलिए केंद्र सरकार इन तीनों कानूनों को वापस ले। अरुण चौधरी ने कहा कि यदि सरकार ने इन कानूनों को वापस नहीं लिया तो रालोद आर-पार की लड़ाई लडे़गा। राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयंत चौधरी किसानों के बीच पहुंचकर उनकी समस्याओं को सुन रहे हैं। संगठन का कार्यकर्ता भी आंदोलन को धार देने के लिए दिल्ली कूच करने की तैयारी में हैं। इस मौके पर जिलाध्यक्ष आसिफ गाजी, पूर्व जिलाध्यक्ष विजेंद्र चौधरी, अतुल वाल्मीकि, उपेंद्र चौधरी, पारस मलक, सतवीर दिवान, हनी चौधरी, फुरकान अली, दीपक चौधरी आदि मौजूद रहे।

पट्रोल-डीजल की महंगाई पर भड़की भाकियू

डीजल पेट्रोल के बढ़ते दामों से भाकियू एवं विपक्षी दलों ने सरकार को जमकर कोसा। आरोप लगाया कि महंगाई पर नियंत्रण करने के लिए केंद्र एवं यूपी सरकार पूरी तरह विफल हो चुकी है।

पीसीसी सदस्य शिवकुमार शर्मा ने कहा कि डीजल पेट्रोल के दाम आसमान छू रहे हैं। डीजल के बढ़ते दामों से किसान व्यापारियों के सामने दिक्कत हो रही है। भाजपा की सरकार महंगाई पर नियंत्रण रखने में पूरी तरह विफल साबित हो चुकी है। बढ़ती महंगाई से लोग बेहद परेशान हैं। भाकियू मीडिया प्रभारी दीपक चौधरी ने कहा कि पिछले 5 वर्षों में डीजल के दामों का आकलन किया जाए तो 60 से 70 प्रतिशत की वृद्धि हो चुकी है। जिसके कारण किसान के सामने बेहद परेशानी खड़ी हो गई। बढ़ती महंगाई ही सरकार के पतन का कारण बनेगी। भाकियू प्रदेश उपाध्यक्ष सतपाल सिंह ने कहा कि प्रदेश सरकार किसानों के प्रति जो उत्पीड़न कर रही है, उसे किसान बर्दाश्त नहीं करेगा।

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