सर्दी में बढ़ रहा कोरोना का खतरा, सावधानी बरतकर करें बचाव
सर्दी और प्रदूषण के साथ कोरोना का खतरा बढ़ता नजर आ रहा है। संक्रमण की चेन टूट नहीं पा रही है। साथ ही मरीजों की संख्या भी बढ़ रही है। कोरोना बढ़ने की आशंका पर लोगों में एक बार फिर दहशत बढ़ती जा रही है। सर्दी-खांसी और जुकाम होने पर लोग कोरोना की जांच करा रहे हैं।
बुलंदशहर जेएनएन। सर्दी और प्रदूषण के साथ कोरोना का खतरा बढ़ता नजर आ रहा है। संक्रमण की चेन टूट नहीं पा रही है। साथ ही मरीजों की संख्या भी बढ़ रही है। कोरोना बढ़ने की आशंका पर लोगों में एक बार फिर दहशत बढ़ती जा रही है। सर्दी-खांसी और जुकाम होने पर लोग कोरोना की जांच करा रहे हैं।
जो लक्षण कोरोना के हैं, वही लक्षण मौसमी वायरल यानि साधारण वायरल में देखने को मिल रहे हैं। हालात यह हैं कि सरकारी और निजी अस्पताल में मरीजों की संख्या बढ़ गई है। जिला अस्पताल की ओपीडी में रोजाना करीब 1200 मरीज इन दिनों उपचार के लिए आ रहे हैं। सामान्यत बुखार, खांसी, जुकाम का आंकड़ा 200 से 250 का रहता है, लेकिन इन दिनों यह संख्या 300 के आसपास पहुंच गई है, मगर उपचार कर रहे चिकित्सक मरीजों में दिख रहे लक्षणों से परेशान हैं। दरअसल, अधिकांश मरीजों में लक्षण ही कोरोना जैसे आ रहे हैं, लेकिन जांच कराने में उनमें कोरोना की पुष्टि नहीं होती है। जिला अस्पताल के डा. पंकज उपाध्याय ने बताया कि इन दिनों वायरल और कोरोना के लक्षण में समानता दिख रही है। ऐसे में लोगों को सावधानी बरतने की अधिक जरूरत है। किसी को परेशानी है तो चिकित्सक को अवश्य दिखाएं। साधारण वायरल की बढ़ती संख्या को देखते हुए जिला अस्पताल में नई व्यवस्था की गई है। अब कोई भी खांसी, जुकाम, बुखार का मरीज आ रहा है तो उसे 5 दिन बाद कोविड जांच कराने की सलाह दी जा रही है। किसी को परेशानी है तो उसकी जांच तुरंत कर ली जाती है।
सर्दियों में संक्रमण से बचने के उपाय
सर्दियों के मौसम में अक्सर धुआं अथवा प्रदूषणयुक्त हवा नीचे जमती है, जिससे श्वसन/हृदय रोग से ग्रस्त व्यक्तियों तथा बुजुर्गों को अधिक समस्या हो सकती है। ऐसी संवेदनशील व्यक्तियों द्वारा घर से बाहर निकलने से परहेज किया जाए। बंद तथा भीड़-भाड़ वाले स्थलों जैसे बाजार, मनोरंजन, पार्क, थियेटर, धार्मिक आयोजन विवाह समारोह आदि में जाने से बचें। यदि ऐसे स्थलों पर जाना अत्यंत आवश्यक है तो, सामूहिक जमावट वाले स्थलों पर कोविड-19 की रोकथाम के लिए समुचित व्यवहारों का पालन किया जाए।
मास्क-शारीरिक दूरी का पालन ही बचाव
कोरोना की वैक्सीन अभी तक नहीं आई है। हालांकि वैक्सीन के लिए तैयारियां की जा रही हैं, लेकिन तब तक कोरोना से बचने के लिए मास्क और शारीरिक दूरी का पालन ही बेहतर उपाय है। कोरोना से बचने के लिए नियमों का पालन करें। साथ ही हाथों को सैनिटाइज जरूर करें।
यह हैं वायरल के लक्षण
-तेज बुखार होना
- गले का बैठना, खराश या दुखन होना
- स्वाद व सुगंध का अनुभव न हो पाना
- शरीर में कई दिनों तक दुखन होना
- 5 से 7 दिन बाद सुधार होना
यह हैं कोरोना के लक्षण
-बुखार व खांसी या सूखी खांसी होना
- गले में खराश और सिरदर्द होना
- पेट का गड़बड़ होना
- स्वाद और गंध न पता चलना
त्वचा पर चकत्ते आना
- सांस लेने में दिक्कत या सांस फूलना
- सीने में दर्द या दबाव महसूस करना इन्होंने कहा
साधारण वायरल के लक्षण भी कोरोना जैसे ही हैं। लोगों को विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है। परेशानी होने पर चिकित्सक को दिखाएं, कोविड जांच भी कराएं। चेहरे पर मास्क और शारीरिक दूरी का विशेष ध्यान रखें।
- डा. भवतोष शंखधार, सीएमओ