बारिश से धान की फसल पर मंडराया खतरा, किसान ¨चतित

खराब मौसम के कारण धान उत्पादकों को नुकसान उठाना पड़ सकता है। किसानों का कहना है कि अगर दो-तीन दिन मौसम खराब रहा तो खेत में कट चुकी फसल का धान काला पड़ जाएगा।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 22 Sep 2018 10:21 PM (IST) Updated:Sat, 22 Sep 2018 10:21 PM (IST)
बारिश से धान की फसल पर मंडराया खतरा, किसान ¨चतित
बारिश से धान की फसल पर मंडराया खतरा, किसान ¨चतित

बुलंदशहर: जिले में रात से शुरू हुई कभी हल्की तो कभी तेज बारिश के कारण धान की फसल पर खतरा मंडराने लगा है। वहीं खेतों में कटे हुए धान के काला पड़ने की आशंका से किसान ¨चतित है। उधर खराब मौसम के चलते धान की कटाई व झड़ाई का कार्य बाधित हो गया है।

जिले में धान की खेती बड़े पैमाने पर की जाती है। इस समय खेतों में धान की फसल पकने को तैयार है। वहीं कई जगह पिछले करीब 15 दिन से कटाई व झड़ाई का काम भी चल रहा है। शुक्रवार रात जिले में मौसम का मिजाज बिगड़ गया। रात में कभी तेज तो कभी बूंदा-बांदी हुई। शनिवार को दिन में भी इसी तरह का मौसम बना रहा। पूरे दिन धूप नहीं निकली, जिस कारण धान की कटाई व झड़ाई का कार्य बाधित हो गया। खराब मौसम के कारण धान उत्पादकों को नुकसान उठाना पड़ सकता है। किसानों का कहना है कि अगर दो-तीन दिन मौसम खराब रहा तो खेत में कट चुकी फसल का धान काला पड़ जाएगा। ऐसा होने पर किसानों को औने-पौने दाम में धान बेचने को मजबूर होना पड़ेगा। इससे फसल की लागत भी नहीं मिल सकेगी। उधर, जिला कृषि विभाग कार्यालय के वरिष्ठ सहायक अशोक शर्मा ने बताया कि अब तक लगभग 20 फीसदी धान की कटाई हो चुकी है, इसमें अधिकतर धान की झड़ाई न होने से वह खेतों में ही पड़ा है। दो-तीन दिन तक मौसम खराब रहा तो किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है। बारिश के साथ तेज हवा से धान की फसल गिरी

संवाद सहयोगी, खुर्जा: बारिश के साथ तेज हवा से शुक्रवार को अधिकांश क्षेत्र में पकने को तैयार धान की फसल गिर गई। इसने किसान चिंता बढ़ा दी है। परेशान किसान भगवान से मौसम के साफ रहने की प्रार्थना कर रहे हैं।

खुर्जा और आसपास के क्षेत्र में धान की पैदावार करने वाले किसानों की संख्या पिछले कई वर्षों से बढ़ती जा रही है। इस वर्ष भी बड़े कृषि क्षेत्रफल में किसानों ने धान लगाए हैं। वर्तमान में धान की फसल पकने की कगार पर है। कुछ धान जैसे बासमती आदि की फसल जल्द तैयार हो जाती है, जो पक भी चुकी है। इसकी कटाई शीघ्र शुरू होने वाली है। ऐसे में शुक्रवार से मौसम ने अचानक करवट ले ली। इससे किसानों के चेहरे मुरझा गए। शुक्रवार रात रुक-रुककर बरसात के साथ तेज हवा चली। इससे धान की फसल गिर गई। किसानों के मुताबिक फसल गिरने से पैदावार पर असर पड़ेगा। उधर, शनिवार को भी दिनभर आसमान में बादल छाए रहे और ठंडी-ठंडी हवा चलती रही।

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