ब्रिटिश काल के पुलों की मरम्मत कराने में जुटे अफसर

जेएनएन बुलंदशहर नहरों पर बने ब्रिटिश काल के पुल मियाद पूरी कर चुके हैं। जर्जर घोषित होने के बाद भी इन पर होकर आवागमन जारी है। ऐसे में लोगों की जान बचाने की अब कवायद की जा रही है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 23 Sep 2021 10:28 PM (IST) Updated:Thu, 23 Sep 2021 10:28 PM (IST)
ब्रिटिश काल के पुलों की मरम्मत कराने में जुटे अफसर
ब्रिटिश काल के पुलों की मरम्मत कराने में जुटे अफसर

जेएनएन, बुलंदशहर : नहरों पर बने ब्रिटिश काल के पुल मियाद पूरी कर चुके हैं। जर्जर घोषित होने के बाद भी इन पर होकर आवागमन जारी है। ऐसे में लोगों की जान बचाने की अब कवायद की जा रही है। सिचाई विभाग ने इन पुलों का सर्वे कराना शुरू कर दिया है। कुछ की मरम्मत आदि कराकर रंगाई-पुताई कराई जा रही है।

ब्रिटिश काल में 1851 में अपर गंग नहर पर पांच पुलों का निर्माण कराया गया था। हालांकि 1878 में रामघाट गंगनहर पर पुल निर्माण किया गया था। बुलंदशहर में प्रवेश और निकास के लिए दिल्ली रोड एवं खुर्जा बाइपास नी वलीपुरा नहर पुल पर पुल बनवाए गए। एनएएच- 91 पर यानि दिल्ली रोड नहर पुल से प्रतिदिन औसतन 40 हजार से अधिक वाहनों का आवागमन होता है। वलीपुरा नहर के पुल की मियाद समाप्त होने पर लोक निर्माण विभाग ने दो दशक पहले दिल्ली रोड पर अपर गंग नहर पर दो पुलों का निर्माण कराया। इन पुलों से भारी संख्या में वाहन गुजरते हैं। एहतियात के तौर पर विभाग ने ब्रिटिश कालीन इन पुलों को बंद कर दिया। हालांकि शहर को जोड़ने वाले पुल से आवागमन आज भी जारी है। हालांकि इस पर बडे़ वाहनों की आवाजाही प्रतिबंधित है। अब सिचाई विभाग ने अपनी इन धरोहर बचाने के लिए कवायद करनी शुरू कर दी है। बेजोड़ बनावट आधुनिक तकनीक पर भारी

अंग्रेजी शासन काल के पुल आर्च के बचे हैं। ईंट-चूने की गोल चिनाई के साथ इन पुलों की बेजोड़ बनावट, डिजाइन आधुनिक तकीनीक को फेल कर रही है। जानकार अंग्रेजी हुकूमत के इन पुलों को आज के पुलों के मुकाबले बेहतर बताते हैं। उनका कहना है कि यह पुल म्याद पूरी के बाद भी धराशायी होने की बजाय आज भी खडे़ हुए हैं, यह उस समय की श्रेष्ठ वास्तु कला का उदाहरण है। इसलिए ऐसे पुलों का विभाग सर्वें कराकर इन्हें सुरक्षित करने में जुटा है। गंगा नदी पर बना रहे पुल

अंग्रेजी हुकूमत में बने पुलों को बंद करके हालांकि सिचाई विभाग ने नए पुल बना दिए हैं। शहर के काली नदी रोड पर भी पुल बनाया जा चुका है, लेकिन इन पर होकर आवागमन फिर भी जारी है। ऐसे में ब्रिटिश हुकूमत के इन पुलों की मरम्मत आदि का कार्य भी कराया जा रहा है। वहीं, ऊंचा गांव क्षेत्र में गंगा नदी पर भी पुल का निर्माण कराया जा रहा है। इन्होंने कहा..

शहर के अंदर प्रवेश करने के लिए वलीपुरा गंगनहर पर बने पुल भले ही पुराना हो, लेकिन अभी भी वह छोटे वाहनों के लिए सुरक्षित है। इसलिए उसकी मरम्मत आदि कराई जा रही है। हालांकि सुरक्षा के लिहाज से बड़े वाहनों का प्रवेश वहां वर्जित कराया गया है।

संजय सिंह, एक्सईन-नोडल सिचाई विभाग

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