शाम को छाई घटा, बरसने लगे बदरा
जिले पर सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ के असर से देर शाम मौसम का मिजाज बदल गया। तापमान में गिरावट हो गई और तेज हवा आंधी में बदल गई। आसमान में छाए बदरा बरसने लगे। चमक-गरज की गर्जना भी सुनाई देनी लगी। मौसम विभाग ने अब शुक्रवार और शनिवार को भी पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने की संभावना जताई है। तेज हवा और चमक-गरज के साथ बूंदाबांदी होने का पूर्वानुमान जताया है।
बुलंदशहर, जेएनएन। जिले पर सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ के असर से देर शाम मौसम का मिजाज बदल गया। तापमान में गिरावट हो गई और तेज हवा आंधी में बदल गई। आसमान में छाए बदरा बरसने लगे। चमक-गरज की गर्जना भी सुनाई देनी लगी। मौसम विभाग ने अब शुक्रवार और शनिवार को भी पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने की संभावना जताई है। तेज हवा और चमक-गरज के साथ बूंदाबांदी होने का पूर्वानुमान जताया है।
चढ़ते तापमान के कारण गर्मी सितम ढाने लगी है। तेज हवाएं चलने से लू का अहसास होने लगा है। गुरुवार को सुबह के समय अधिकतम 40 डिग्री और न्यूनतम 26 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। जिसकी वजह से दिन में लोग गर्मी से बेहाल रहे। वाहन चालकों का काफी परेशानी उठानी पड़ी। हालांकि शाम होते-होते मौसम करवट बदलने लगा। तापमान में गिरावट होने लगी। अधिकतम तापमान 37 और न्यूनतम 25 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम वैज्ञानिक डा. रामानंद पटेल के अनुसार जिले पर पश्चिमी विक्षोभ प्रभावी हो गया है। जिसकी वजह से शाम के समय आसमान में घटाएं छा गई। बादल चमकने लगे और बिजली की गर्जना सुनाई देने लगी। बरसात होने से तापमान में गिरावट आ गई। उन्होंने बताया कि आने वाले दो दिनों में भी पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय रहेगा। इससे पारा नीचे आने की संभावना रहेगी। आधे घंटे की बरसात में सड़कों पर हुआ जलभराव
बुलंदशहर में करीब आधे घंटे की बरसात ने पालिका के सफाई व्यवस्था की कलई खोल दी। शहर के नाले और नालियां चोक होने से गंदा पानी सड़कों पर भर गया। जिसकी वजह से जलभराव की स्थिति पैदा हो गई। निचले इलाकों में कई घंटे तक इस समस्या से लोगों को जूझना पड़ा। पानी सड़क से उतरने के बाद ही दुकानों पर दूध आदि की खरीदारी करने पहुंच पाए। लाकडाउन में जरूरी वस्तुओं की आपूर्ति के लिए सुबह और शाम के समय तीन घंटे ही दुकानों को खोलने के निर्देश है। शाम को करीब 5.30 मौसम का मिजाज बदल गया। आंधी चलने और बरसात होने लगी। आधे घंटे की बरसात से शहर पानी-पानी हो गया। चोक नालियां लबालब होने से सड़कों पर जलजमाव होने लगा।