अवैध कब्जा हटवाने को लेकर ग्रामीणों का प्रदर्शन
दशहरा गांव में पोखर की भूमि पर अवैध कब्जे को लेकर ग्रामीण भड़क गए। गुस्साए ग्रामीणों ने तहसील में नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। साथ ही एसडीएम को शिकायती पत्र देते हुए कार्रवाई की गुहार लगाई।
जेएनएन, बुलंदशहर। दशहरा गांव में पोखर की भूमि पर अवैध कब्जे को लेकर ग्रामीण भड़क गए। गुस्साए ग्रामीणों ने तहसील में नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। साथ ही एसडीएम को शिकायती पत्र देते हुए कार्रवाई की गुहार लगाई।
मंगलवार को क्षेत्र के गांव दशहरा के ग्रामीण एकत्र होकर तहसील पहुंच गए। जहां पर ग्रामीणों ने पोखर की भूमि को कब्जामुक्त कराने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। ग्रामीणों ने कहा कि पोखर की भूमि पर मकान बनाने के लिए अवैध कब्जा किया जा रहा है। साथ ही नींव भी खोदनी शुरू कर दी गई है। मना करने पर आरोपित मारपीट करने पर उतारू हैं। आरोप है कि शिकायतों के बाद भी कोई सुनवाई नहीं हुई। जिसको लेकर उन्होंने एसडीएम को शिकायती पत्र सौंपा और शीघ्र सुनवाई की मांग की। इसमें शांति सिंह, अमर सिंह, सुरेश, जयपाल सिंह, मोहनलाल, सुनील, मनोज कुमार, सतेंद्र, कल्यान, रनवीर आदि रहे। गन्ना तौल सेंटरों को लेकर धरना-प्रदर्शन की बनाई रणनीति
खुर्जा। न्ना तौल सेंटरों पर बंद होने के विरोध में किसानों ने धरना-प्रदर्शन की रणनीति बनाई। साथ ही अनशन करने की चेतावनी प्रशासन को दी है।
क्षेत्र में गन्ना तोल सेंटरों के बंद होने के कारण किसानों की मुसीबत बढ़ गई है। भारतीय किसान यूनियन अंबावता के प्रदेश अध्यक्ष संतोष चौहान ने बताया कि वह मंगलवार के जाहिदपुर कला स्थित गन्ना सेंटर पर पहुंचे, लेकिन वह बंद मिला। इससे पहले सोमवार को भी तोल केंद्र बंद था। जिसकी वीडियो बनाकर उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों को भेज दी है। इसके बावजूद सेंटरों खोलने को लेकर कोई कार्रवाई नहीं की गई है। किसानों का कहना है कि उनका गन्ना खेतों में पड़ा है। अगर गन्ना मिल तक नहीं पहुंचा, तो वह खराब हो जाएगा। जिसका नुकसान उन्हें उठाना पड़ेगा। वर्तमान में आए दिन तौल सेंटर बंद होते जा रहे हैं। इसे लेकर भारतीय किसान यूनियन अंबावता के पदाधिकारियों ने धरना-प्रदर्शन की रणनीति बनाई। साथ ही आज यानि बुधवार को अनिश्चितकालीन धरने पर बैठने की चेतावनी दी है।