गेहूं खरीद की तैयारी, किसानों को कराना होगा पंजीकरण

गेहूं उत्पादन के मामले में प्रदेश में नंबर वन जनपद में गेहूं खरीद की तैयारी शुरू कर दी गई है। किसानों को गेहूं बेचने के लिए आनलाइन अथवा टोल फ्री नंबर पर पंजीकरण कराना होगा। यदि किसानों ने धान की बिक्री सरकारी क्रय केंद्रों पर की है तो उन्हें पंजीकरण कराने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। इस बार गेहूं क्रय केंद्र और ट्रांसपोर्ट की जियो टैगिग की जाएगी। विपणन विभाग ने जनपद में 96 गेहूं क्रय केंद्र खोले हैं। पहली बार मंडी समिति के क्रय केंद्र को भी गेहूं खरीद के लिए अधिकृत किया गया है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 04 Mar 2021 11:43 PM (IST) Updated:Thu, 04 Mar 2021 11:43 PM (IST)
गेहूं खरीद की तैयारी, किसानों को कराना होगा पंजीकरण
गेहूं खरीद की तैयारी, किसानों को कराना होगा पंजीकरण

जेएनएन, बुलंदशहर। गेहूं उत्पादन के मामले में प्रदेश में नंबर वन जनपद में गेहूं खरीद की तैयारी शुरू कर दी गई है। किसानों को गेहूं बेचने के लिए आनलाइन अथवा टोल फ्री नंबर पर पंजीकरण कराना होगा। यदि किसानों ने धान की बिक्री सरकारी क्रय केंद्रों पर की है तो उन्हें पंजीकरण कराने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। इस बार गेहूं क्रय केंद्र और ट्रांसपोर्ट की जियो टैगिग की जाएगी। विपणन विभाग ने जनपद में 96 गेहूं क्रय केंद्र खोले हैं। पहली बार मंडी समिति के क्रय केंद्र को भी गेहूं खरीद के लिए अधिकृत किया गया है।

जिले में 1.93 लाख हेक्टेयर में गेहूं की बुआई होती है और तीन लाख से अधिक किसान फसल से जुड़े हैं। गत वर्ष मंडी में 70 हजार कुंतल और क्रय केंद्रों पर 89 हजार कुंतल गेहूं खरीद की गई थी। हालांकि गेहूं खरीद का लक्ष्य 1.13 लाख कुंतल दिया गया था। वित्तीय वर्ष में एक अप्रैल से गेहूं 1975 रुपये प्रति कुंतल की दर से खरीद होगी। जबकि गत वर्ष गेहूं का मूल्य 1945 रुपये था। इस बार 35 रुपये प्रति कुंतल की दर से बढ़ोतरी की गई है। खुर्जा मंडी का एक और खादय विभाग के 10 तथा पीसीएस के 81 क्रय केंद्र जनपद में खोले जाएंगे। गेहूं बेचने के लिए किसानों को डब्ल्यूडब्ल्यूडाटएफसीएसडाटयूपीडाटजीओवीडाटइन पर पंजीकरण कराना होगा। पंजीकरण के दौरान आधार कार्ड, मोबाइल नंबर और बैंक खाता सही भरना होगा। किसान के परिवार के किसी भी एक सदस्य को पंजीकरण कराने की सुविधा दी गई है। टोल फ्री नंबर पर भी गेहूं किसान पंजीकरण करा सकेंगे।

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सीलिग एक्ट के अनुसार किसान 12.5 एकड़ भूमि की फसल तक गेहूं बिक्री कर सकेगा। इसके साथ ही 100 कुंतल से अधिक गेहूं बेचने पर एसडीएम की अनुमति और सत्यापन कराकर भूमि का विवरण भी किसान को देना होगा। किसान के मोबाइल नंबर पर ओटीपी भेजा जाएगा, इसके माध्यम से पंजीकरण प्रक्रिया को पूर्ण रूप से लॉक कर दिया जाएगा। किसान का भुगतान 72 घंटों में उसके खातों में पहुंचेगा।

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क्रय केंद्रों और ट्रांसपोर्ट की होगी जियो टैगिग

2021-22 में होने वाली गेहूं खरीद के क्रय केंद्रों की जियो टैगिग होगी। क्रय केंद्रों के साथ-साथ ट्रांसपोर्ट करने वाले वाहनों को भी जियो टैगिग से जोड़ा जाएगा। इससे क्रय केंद्र पर गेहूं की स्थिति, ट्रांसपोर्ट की लोकेशन, गाड़ी का मूवमेंट, डिपो और क्रय एजेंसियों की निगरानी भी जियो टैगिग से होगी।

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इन्होंने कहा..

जनपद में 96 गेहूं क्रय केंद्र खोल दिए गए हैं। किसानों के पंजीकरण के लिए पोर्टल एक मार्च से एक अप्रैल तक खुला है। ऐसे किसान जिन्होंने धान खरीद में पंजीकरण करा लिया था उन्हें पंजीकरण कराने की आवश्यकता नहीं है। जिनका पंजीकरण नहीं है वह जल्द से जल्द पंजीकरण करा लें। एक अप्रैल से गेहूं खरीद शुरू होगी।

-जेया करीम अहमद

जिला विपणन अधिकारी।

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