घर में घुसे बदमाश, किसान को चाकू घोपा
शिकारपुर क्षेत्र के गांव बलदेवगढ़ में शुक्रवार रात मकान में घुसे बदमाशों ने पिता-पुत्र को बंधक बना कर लूटपाट की। विरोध करने पर किसान के बेटे को चाकू घोप दिया। शोर मचने पर ग्रामीण दौड़े तो बदमाश कार में सवार हो भाग निकले। ग्रामीणों ने एक बदमाश को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। घायल किसान को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
जेएनएन, बुलंदशहर। शिकारपुर क्षेत्र के गांव बलदेवगढ़ में शुक्रवार रात मकान में घुसे बदमाशों ने पिता-पुत्र को बंधक बना कर लूटपाट की। विरोध करने पर किसान के बेटे को चाकू घोप दिया। शोर मचने पर ग्रामीण दौड़े तो बदमाश कार में सवार हो भाग निकले। ग्रामीणों ने एक बदमाश को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। घायल किसान को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
बलदेवगढ़ गांव में किसान जगदीश गिरी के मकान में रात साढ़े बारह बजे दो कारों में सवार होकर करीब आठ-नौ बदमाशों ने धावा बोल दिया। बदमाशों ने घर में घुसते ही जगदीश गिरी और उनके पुत्र दयानंद को बंधक बना लिया। पिता-पुत्र कुछ समझ पाते तो इससे पहले बदमाशों ने लूटपाट शुरू कर दी। विरोध करने पर बदमाशों ने दयानंद पर चाकू से हमला कर दिया। इससे वह जख्मी हो गया। जगदीश गिरी की गर्दन पर पिस्टल रखकर जान से मारने की धमकी दी। बावजूद इसके पिता-पुत्र ने शोर मचा दिया। जाग होने पर ग्रामीण लाठी-डंडे लेकर दौड़ पड़े। जगदीश गिरी के स्वजन ने हिम्मत कर एक बदमाश को पकड़ लिया। साथी को घिरा देखकर बदमाशों ने उसे छुड़ाने का काफी प्रयास किया, लेकिन सफल नहीं हो पाए। ग्रामीणों ने बदमाशों की घेराबंदी की तो वह दोनों कारों में सवार होकर फरार हो गए। सूचना के करीब एक घंटे बाद पुलिस मौके पर पहुंची। ग्रामीणों ने पकड़े गए बदमाश को पुलिस के हवाले का दिया। जगदीश गिरी ने बताया कि एक बदमाश ने उसकी बेटी के कान से सोने का एक कुंडल लूट लिया। कोतवाली प्रभारी सुभाष सिंह ने बताया कि पकड़े गए बदमाश से उसके साथियों के बारे में पूछताछ की जा रही है। बोली से बंजारा जाति के लग रहे बदमाश
पीड़ित जगदीश गिरी के मुताबिक बोली से बदमाश बंजारा जाति के लग रहे थे। बार-बार कह रहे थे कि वह वीरपाल प्रधान को मारने आए हैं। वह कहां है, बताओ। उन्होंने कहा कि यह जगदीश गिरी का मकान है। वीरपाल का मकान नहीं है। इस गांव में वीरपाल नाम का कोई व्यक्ति नहीं रहता। बदमाश किस वीरपाल को पूछ रहे थे। इसको लेकर भी लोग संशय है।