लोगों ने 11 कुंडीय यज्ञ की वेदी में डालीं आहूतियां

पहासू में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की पर्यावरण संरक्षण गतिविधि के आह्वान पर शांति कुंज के तत्वावधान में कस्बे के जनता इंटर कालेज में 11 कुंडीय यज्ञ का आयोजन किया गया। जिसमें स्वयं सेवकों ने आहूतियां डालीं और पर्यावरण की रक्षा करने का संकल्प लिया।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 11 Jun 2021 09:58 PM (IST) Updated:Fri, 11 Jun 2021 09:58 PM (IST)
लोगों ने 11 कुंडीय यज्ञ की वेदी में डालीं आहूतियां
लोगों ने 11 कुंडीय यज्ञ की वेदी में डालीं आहूतियां

जेएनएन, बुलंदशहर। पहासू में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की पर्यावरण संरक्षण गतिविधि के आह्वान पर शांति कुंज के तत्वावधान में कस्बे के जनता इंटर कालेज में 11 कुंडीय यज्ञ का आयोजन किया गया। जिसमें स्वयं सेवकों ने आहूतियां डालीं और पर्यावरण की रक्षा करने का संकल्प लिया।

राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ द्वारा बीते पांच जून से 11 जून तक मनाए गए पर्यावरण व जल शुद्धि सप्ताह के अंतिम दिन यज्ञ कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया गया। इस दौरान संघ के सह जिला कार्यवाह राकेश सिंह ने कहा कि कार्यक्रम का उद्देश्य कोविड महामारी से मुक्ति के साथ पर्यावरण के प्रति लोगों में जागरूकता बढ़ाना है। वहीं शांति कुंज के प्रमुख राजेंद्र सिंह राघव ने बताया कि पर्यावरण को शुद्ध करने के लिए यज्ञ में आम, पीपल आदि समाहित सुगंधित सामग्री प्रयोग किया गया। पर्यावरण को शुद्ध करने के लिए हवन व पौधारोपण ही एकमात्र उपाय है। इस दौरान सैकड़ों लोगों ने यज्ञ में वैदिक मंत्रोच्चार के बीच आहूतियां डालीं। इसमें किशलपाल, विनय गंगल, जोधपाल सिंह, नरेश सिंह, प्रशांत वशिष्ठ, नरेश, लक्ष्मी नारायण, विकास, प्रताप, अंकित, ललित, जितेंद्र, सोमवीर, चरन सिंह, भूपेंद्र गौड़ आदि रहे।

गांव-देहात में बांटी जा रही आयुष किट

जेएनएन, बुलंदशहर। कोरोना संक्रमण के बीच लोगों को इससे बचाने के लिए सभी मेहनत कर रहे हैं। आयुर्वेदिक विभाग भी गांव-गांव जाकर आयुष किट बांट रहा है। इस दवा के सेवन से भी लोगों को कोरोना संक्रमण से काफी हद तक बचाव हो जाता है। आयुर्वेदिक चिकित्सालय सरायवासी के प्रभारी चिकत्साधिकारी डा. रूचि सिंह ने बताया कि वह जिले के सभी गांव में आयुष किट बटवा रही हैं। कई गांव में तो वह स्वयं जाकर किट बांट रही है। शुक्रवार को गांव सरायवासी के ग्रामीणों को किट वितरित की गई। इस किट में आयुष काढ़ा, आयुष-64, संशमनी वटी, अगस्तय हरीवकी आदि औषधियां है। विभाग अब तक 250 लोगों को डोर-टू-डोर दवा बांट चुकी है।

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