दम तोड़ रहे मरीज, सिस्टम करा रहा फीलगुड

कोविड और नानकोविड मरीज उपचार न मिलने से परेशान हैं। अस्पतालों में आसानी से न बेड मिल पारहा न आक्सीजन। लोग तड़प कर दम तोड़ रहे हैं। बुलंदशहर के सरकारी और निजी अस्पतालों के इसहाल पर भी तमाशबीन और खामोश सिस्टम कागजों में फील गुड करा रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 05 May 2021 11:59 PM (IST) Updated:Wed, 05 May 2021 11:59 PM (IST)
दम तोड़ रहे मरीज, सिस्टम करा रहा फीलगुड
दम तोड़ रहे मरीज, सिस्टम करा रहा फीलगुड

जेएनएन, बुलंदशहर।

कोविड और नानकोविड मरीज उपचार न मिलने से परेशान हैं। अस्पतालों में आसानी से न बेड मिल पारहा न आक्सीजन। लोग तड़प कर दम तोड़ रहे हैं। बुलंदशहर के सरकारी और निजी अस्पतालों के इसहाल पर भी तमाशबीन और खामोश सिस्टम कागजों में फील गुड करा रहा है। हालात ऐसे हो चले हैं कि व्यवस्था के साथ कदम ताल के लिए तैयार आइएमए भी बेबस हो गई है। आइएम सचिव ने फेसबुक पर अफसरों को बेलगाम तक लिख दिया है।

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केस एक:-

सिकंदराबाद के 58 साल के किसान यतेंद्र सिंह छह दिन पहले कोरोना संक्रमित हुए। लक्षण नहीं थे, लिहाजा चिकित्सक की सलाह पर होम आइसोलेट हो गए। बेटे जितेंद्र केमुताबिक तबीयत बिगड़ने पर पर उन्होंने सरकारी डाक्टर से संपर्क किया लेकिन किसी ने नहीं सुनी। बेड व आक्सीजन मांगी तो बताया गया कि उपलब्ध नहीं हैं। इसके बाद वह रात को ही पिता को लेकर शहर के संस्कार, ममता, लक्ष्मी लाइफ लाइन तथा मोहन सहित अन्य अस्पतालों में पहुंचे लेकिन बेड मिला और न आक्सीजन। अंतत: आधी रात के बाद यतेंद्र सिंह ने दम तोड़ दिया।

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केस दो:-

स्याना के कुशलपाल रस्तोगी भी कोरोना से जूझ रहे हैं। स्वजन के होश उडे़ हैं। घबराहट में कुशलपाल का आक्सीजन लेवल भी नीचे गिरकर 80 पर पहुंच गया है। बेटा आशु पिता को लेकर कई अस्पतालों में गया लेकिन सभी जगह बेड फुल का जवाब मिला। आशु के मुताबिक, जो नंबर प्रशासन ने जारी किए हैं, वो उठ नहीं रहे हैं।

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हकीकत से दूर हैं दावे

जिला प्रशासन द्वारा बनाए गए वाट्सएप ग्रुप पर कोविड अस्पतालों के निरीक्षण एवं पर्याप्त व्यवस्था का दावा किया जा रहा है लेकिन ये दावे हकीकत से दूर हैं।

------------------- अस्पताल का नाम बेड क्षमता/खाली आक्सीजन/ वेंटीलेटर

संयुक्त चिकित्सालय खुर्जा (एल-2) 100/ फुल 57/25

कैलाश अस्पताल खुर्जा (एल-2) 98 बेड 98/03

नवीन हास्पिटल सिकंदराबाद (एल-2) 90 बेड 40/03

राना हास्पिटल बुलंदशहर (एल-2 ) 60 बेड 51/03

वीआइआइटी बुलंदशहर (एल-1) 550 बेड 40/00

जेपी चिट्टा हास्पिटल (एल-2) 50 बेड 50/00

लक्ष्मी हास्पिटल बुलंदशहर (एल-2) 100 बेड 65/05

विजयश्री हास्पिटल स्याना (एल-2) 40 बेड 34/02

यशराज हास्पिटल सिकंदराबाद (एल-2) 40 बेड 20/02

बिल्लाह हास्पिटल बुलंदशहर (एल-2) 100 बेड 30/02

जिला कारागार जेल हास्पिटल (एल-1) 100 बेड (केवल कैदियों के लिए )

--- संक्रमण बढ़ने से कोविड अस्पताल में बेड फुल है। इसके बावजूद मरीजों को भर्ती करने और बचाने का प्रयास जारी है। जिले में 1480 कोविड बेड हैं।

-भवतोष शंखधर, सीएमओ। जिले में स्वास्थ्य व्यवस्था बेटपरी हो चुकी है। कोई भी सुननेवाला नहीं है। तीमरदार मरीजों को लेकर दर-दर भटक रहे हैं।

-डा. संजीव अग्रवाल, सचिव

आइएमए

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