उद्योगपति ने चिकित्सक को आक्सीजन कंसंट्रेटर मशीन भेंट की

कोरोना की दूसरी लहर ने लोगों की सांस लेने की परेशानी बढ़ा दिया है। अस्पतालों में आक्सीजन की भारी कमी देखने को मिल रही है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 09 May 2021 10:47 PM (IST) Updated:Sun, 09 May 2021 10:47 PM (IST)
उद्योगपति ने चिकित्सक को आक्सीजन कंसंट्रेटर मशीन भेंट की
उद्योगपति ने चिकित्सक को आक्सीजन कंसंट्रेटर मशीन भेंट की

बुलंदशहर, जेएनएन। कोरोना की दूसरी लहर ने लोगों की सांस लेने की परेशानी बढ़ा दिया है। अस्पतालों में आक्सीजन की भारी कमी देखने को मिल रही है। ऐसे में पारस ग्रुप आफ कंपनीज के एमडी चौधरी नरेंद्र सिंह नागर ने आक्सीजन कंसंट्रेटर खरीदे है, जिससे संक्रमितों को सांस की कमी न हो। कोरोना से लड़ने के लिए समाजसेवी लोग आगे आ रहे हैं। लोग एक-दूसरे की मदद को हाथ बढ़ा रहे है। उद्योगपति एवं समाजसेवी नरेंद्र सिंह नागर ने दो आक्सीजन कंसंट्रेटर मशीन खरीद नगर के वरिष्ठ चिकित्सक आफताब आलम को निश्शुल्क सहयोग स्वरूप भेंट किए है। चिकित्सक ने बताया कि इन आक्सीजन कंसंट्रेटर के माध्यम से गुलावठी क्षेत्र में आक्सीजन की कमी से जूझ रहे लोगों को निश्शुल्क आक्सीजन की सेवा प्रदान की जाएगी। उन्होंने जीवन के इस कठिन दौर में इस उल्लेखनीय सहयोग के लिए नरेंद्र सिंह नागर का आभार जताया। 24 घंटे में चार मौत, चठेरा में फैली दहशत

खानपुर : थाना क्षेत्र के गांव चठेरा में पिछले 24 घंटे में हुई असमय चार मौतों ने ग्रामीणों में दहशत का माहौल पैदा कर दिया है। लक्षणों के हिसाब से ग्रामीण इन मौतों का कारण कोरोना संक्रमण मान रहे हैं। जिसके चलते पूरे गांव में सन्नाटा पसरा रहा। वहीं ऊंचागांव सीएचसी की टीम रविवार को ग्रामीणों की स्क्रीनिग करने गांव पहुंची और ग्रामीणों की एंटीजन जांच के साथ साथ आरटीपीसीआर जांच के लिए नमूने एकत्रित किये।

ऊंचागांव विकास खण्ड के गांव चठेरा में चार लोगों की असमय हुई मौत के चलते ग्रामीणों में दहशत है। अचानक हुई इन चार मौतों के बाद स्वास्थ्य विभाग की नींद टूटी और रविवार को एक टीम गांव में ग्रामीणों की जांच करने पहुंची। जांच टीम ने सौ ग्रामीणों की एंटीजन जांच की जिसमें से केवल एक व्यक्ति कोरोना संक्रमित पाया गया। वहीं इन सभी ग्रामीणों के नमूने आरटीपीसीआर जांच के लिए भी भेज दिए गए हैं। स्वास्थ्य विभाग की टीम के जाने के बाद गांव में सन्नाटा पसर गया। प्रशासन द्वारा लोगों को समय समय पर सावधानी बरतने की हिदायत दी जा रही है। लेकिन इसके बाद भी कोरोना संक्रमण की चेन टूटने का नाम नहीं ले रही है। बावजूद इसके स्वास्थ्य विभाग की टीम अभी तक गांवों में पूरी तरह स्क्रीनिग का मास्टर प्लान नहीं बना पाई है जिसके चलते ग्रामीण इलाकों में जीवन पर संकट गहराने लगा है।

जहांगीराबाद विकास खण्ड के आधा दर्जन गांव स्क्रीनिग से अछूते

लगातार बढ़ रहे संक्रमण के बाद शासन स्तर से ग्रामीण इलाकों में। स्क्रीनिग के निर्देश दिए गए थे। लेकिन जहांगीराबाद विकास खण्ड के कुछ गांव ऐसे भी हैं जहां स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंची ही नहीं है। स्वास्थ्य विभाग की टीम की धीमी रफ्तार से कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ना भी नामुमकिन प्रतीत होने लगा है। चुनाव ड्यूटी से लौटे एक शिक्षक व उसकी माता की मौत के बाद भी ग्रामीणों की स्क्रीनिग नहीं हुई है।

chat bot
आपका साथी