अफसर नदारद, खुले आसमान के नीचे पड़ा गेहूं

गेहूं खरीद में अफसरों की लापरवाही लगातार उजागर हो रही है। गुरुवार की शाम तेज हवाओं के साथ बूंदाबांदी हुई लेकिन गेहूं खरीद के जिम्मेदार अफसरों ने गेहूं को गोदाम तक पहुंचाने की जहमत तक नहीं उठाई। मंडियों में स्थित क्रय केंद्रों को छोड़ अन्य केंद्रों पर गेहूं खुले आसमान के नीचे पड़ा है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 06 May 2021 11:35 PM (IST) Updated:Thu, 06 May 2021 11:35 PM (IST)
अफसर नदारद, खुले आसमान के नीचे पड़ा गेहूं
अफसर नदारद, खुले आसमान के नीचे पड़ा गेहूं

बुलंदशहर, जेएनएन। गेहूं खरीद में अफसरों की लापरवाही लगातार उजागर हो रही है। गुरुवार की शाम तेज हवाओं के साथ बूंदाबांदी हुई, लेकिन गेहूं खरीद के जिम्मेदार अफसरों ने गेहूं को गोदाम तक पहुंचाने की जहमत तक नहीं उठाई। मंडियों में स्थित क्रय केंद्रों को छोड़ अन्य केंद्रों पर गेहूं खुले आसमान के नीचे पड़ा है।

गुरुवार की देर शाम तेज हवा के साथ हुई बूंदाबांदी में करीब छह हजार मीट्रिक टन गेहूं भीग गया है। मंडियों में स्थित क्रय केंद्रों पर प्रभारियों ने गेहूं को टीन शैड के नीचे रखा है लेकिन कुछ क्रय केंद्र ऐसे हैं जहां टीन शैड्स नहीं हैं। ऐसे क्रय केंद्रों पर गेहूं भीगना लाजिमी है। दरअसल, जिला खाद्य विपणन विभाग ने गेहूं खरीद के लिए 112 क्रय केंद्र खोले हैं। इनमें से दो दर्जन से अधिक क्रय केंद्र मंडियों की टीन शैड्स में मौजूद हैं जबकि अन्य केंद्रों पर टीन शैड्स की व्यवस्था नहीं है।

अधिकारी गायब, कौन रखे तिरपाल

गेहूं खरीद के नोडल अधिकारी एडीएम जे को नियुक्त किया गया था, इसके साथ ही जिला खाद्य विपणन अधिकारी भी पूर्ण व्यवस्था देख रहे थे। दोनों ही अधिकारी कोरोना संक्रमित हैं और होम आइसोलेट हैं। ऐसे में हापुड़ के डिप्टी आरएमओ को जनपद का नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है लेकिन उन्होंने तीन दिन बाद भी गेहूं खरीद के हाल नहीं जाने हैं। ऐसे में खुले आसमान के नीचे पड़े गेहूं पर तिरपाल अथवा अन्य व्यवस्था कौन कराएगा।

ये है स्थिति

गेहूं खरीद : 57293 मीट्रिक टन

भाखनि के गोदाम तक पहुंचा गेहूं : 49997 मीट्रिक टन

क्रय केंद्रों पर पड़ा गेहूं : 7295 मीट्रिक टन

लाभांवित कृषकों की संख्या : 15615

किसानों का बकाया भुगतान : 3056 लाख रुपये

किसानों को भुगतान : 8258 लाख रुपये

इन्होंने कहा..

अभी होम आइसोलेट हूं लेकिन सभी केंद्र प्रभारियों को फोन पर ही गेहूं पर तिरपाल ढकने और बारिश से बचाने के निर्देश दिए गए हैं। गेहूं बारिश में नहीं भीगने दिया जाएगा।

-जेया करीम अहमद, जिला खाद्य विपणन अधिकारी।

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