अब आक्सीजन की कमी से नहीं टूटेगी सांसों की डोर
आक्सीजन की कमी से अब मरीजों की सांसों की डोर नहीं टूट पाएगी। कोरोना काल से सबक लेकर जिला प्रशासन और जनप्रतिनिधियों के सहयोग से जनपद में आठ आक्सीजन जनरेटर प्लांट के निर्माण की स्वीकृति दी गई है। तीन प्लांट बनकर तैयार भी हो चुके हैं। किसी भी आपदा के लिए प्लांट आक्सीजन आपूर्ति करने के लिए तैयार हैं।
जेएनएन, बुलंदशहर । आक्सीजन की कमी से अब मरीजों की सांसों की डोर नहीं टूट पाएगी। कोरोना काल से सबक लेकर जिला प्रशासन और जनप्रतिनिधियों के सहयोग से जनपद में आठ आक्सीजन जनरेटर प्लांट के निर्माण की स्वीकृति दी गई है। तीन प्लांट बनकर तैयार भी हो चुके हैं। किसी भी आपदा के लिए प्लांट आक्सीजन आपूर्ति करने के लिए तैयार हैं।
कोरोना काल में आक्सीजन की कमी ने देशभर में हाहाकार मचा दिया था। आपातकालीन स्थिति में भी मरीजों को सांस लेने के लिए भी आक्सीजन मुहैया कराने में जिला प्रशासन के हाथ-पैर फूल रहे थे। आक्सीजन बचाने के लिए निगरानी टीम गठित की गई थी और कालाबाजारी न हो इसके लिए भी सतर्कता बरती गई थी। कई अस्पतालों में आक्सीजन की कमी के चलते हंगामा और आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी चला। जिला प्रशासन ने आपदाकाल से सबक लेकर आठ आक्सीजन प्लांट बनाने को मंजूरी दी है। इनमें से तीन का निर्माण हो चुका है और पांच का निर्माण जल्द ही पूर्ण हो जाएगा।
संस्था और जनप्रतिनिधि आए आगे
डिबाई में नरौरा परमाणु केंद्र ने 300 एलपीएम क्षमता वाले आक्सीजन प्लांट का निर्माण कराया है। इसके साथ ही राज्य आपदा मोचक निधि से खुर्जा में बुलंदशहर में तीन आक्सीजन प्लांट विधायक उषा सिरोही और गुलावठी में राज्य सभा सांसद सुरेंद्र नागर की निधि से आक्सीजन प्लांट का निर्माण कराया जा रहा है।
यहां तैयार हो रहे आक्सीजन प्लांट
प्लांट क्षमता
-संयुक्त चिकित्सालय, डिबाई 300 एलपीएम
-संयुक्त चिकित्सालय, सिकंदराबाद 300 एलपीएम
-वीआइआइटी हास्पिटल सुनेहरा, बुलंदशहर 500 एलपीएम
-बाबू बनारसी दास जिला चिकित्सालय बुलंदशहर 300 एलपीएम
-एसएसएमजे चिकित्सालय खुर्जा 300 एलपीएम
-वीआइआइटी हास्पिटल सुनहेरा बुलंदशहर 45 एलपीएम
-वीआइआइटी हास्पिटल सुनहेरा बुलंदशहर 45 एलपीएम
-वीआइआइटी हास्पिटल सुनहेरा बुलंदशहर 45 एलपीएम
इन्होंने कहा..
तीन आक्सीजन प्लांट बनकर तैयार हो चुके हैं, अन्य पांच पर काम चल रहा है, 30 जुलाई तक समस्त निर्माण व संसाधन कार्य पूर्ण कर संचालन शुरू कर दिया जाएगा। अब बाहरी जनपदों से आक्सीजन मंगाने की आवश्यकता नहीं होगी।
-अभिषेक पांडेय, सीडीओ।