प्रेम बहन पंचतत्व में विलीन, हजारों अनुयायियों में शोक
जहांगीराबाद नगर के मोहल्ला रोगन ग्राम स्थित हंस आश्रम की संस्थापिका 80 वर्षीय प्रेम बहन (बाई जी) पंचतत्व में विलीन हो गयी। प्रेम बहन पिछले कुछ दिनों से अस्वस्थ चल रही थी। गुरुवार को अचानक उनका निधन हो गया। जैसे ही उनके निधन की सूचना क्षेत्र में पहुंची तो हजारों अनुयायियों में शोक की लहर दौड़ पड़ी। उनका अंतिम संस्कार आश्रम के नियमानुसार अनूपशहर के मस्तराम घाट पर किया गया।
बुलंदशहर, जेएनएन। जहांगीराबाद नगर के मोहल्ला रोगन ग्राम स्थित हंस आश्रम की संस्थापिका 80 वर्षीय प्रेम बहन (बाई जी) पंचतत्व में विलीन हो गयी। प्रेम बहन पिछले कुछ दिनों से अस्वस्थ चल रही थी। गुरुवार को अचानक उनका निधन हो गया। जैसे ही उनके निधन की सूचना क्षेत्र में पहुंची तो हजारों अनुयायियों में शोक की लहर दौड़ पड़ी। उनका अंतिम संस्कार आश्रम के नियमानुसार अनूपशहर के मस्तराम घाट पर किया गया। उनके पार्थिव शरीर को वैदिक विधि-विधान से पंचतत्व में विलीन किया गया। इस दौरान सैकड़ों की संख्या में उनके अनुयायी नम आंखों से अंतिम संस्कार में शामिल हुए। उनके पार्थिव शरीर की अंतिम शोभायात्रा हंस आश्रम से शुरू कर नन्ना गिर मंदिर तक निकली गयी। इस दौरान राधा बंसल, अंगूरी, कमलेश रावल, गीता चौधरी, जूही गर्ग, मिथिलेश, कविता मीणा, सावित्री, निर्मला, संगीता, गोधनिया मीणा, रामवती गिरी, रजनी, नवीन बंसल, जय सिंह, रामवीर, मनीष,रोहित पहाड़ी, रामप्रताप, बबली, गोपाल, राहुल राणा, मुन्ना व रोनी समेत सैकड़ों की संख्या में अनुयाई मौजूद रहे।
भगवान श्री महालिगेश्वर से की कोरोना मुक्ति की प्रार्थना
बुलंदशहर में अक्षय तृतीया के पावन पर्व पर श्री द्वादश महालिगेश्वर सिद्धमहापीठ पर तृतीय प्राण प्रतिष्ठा वार्षिक महोत्सव संपन्न हुआ। कोरोना की गाइडलाइन के अनुसार सांकेतिक और सीमित भक्तों ने भगवान श्री महालिगेश्वर की विशेष पूजा अर्चना कर भोग लगाया। आचार्य मनजीत धर्मध्वज ने बताया कि इस समय कोरोना ने देश-दुनिया में तबाही मचा रखी है। भगवान से विश्व में शांति और कोरोना से मुक्ति की प्रार्थना की गई। इस मौके पर पंडित संदीप पयाशी, पंडित भोला जोशी, मोहित गौतम, संजीव पंडित, रवि शर्मा आदि मौजूद रहे।