बैंकों के बाहर लगी रहीं लाइनें, उड़ी शारीरिक दूरी की धज्जियां

बैंकों के बाहर लगने वाली लाइन कम नहीं हो रही है। यहां लाइन में लगे लोगों द्वारा शारीरिक दूरी के नियमों की अनदेखी लगातार की जा रही है। जिसके बावजूद इस तरफ अधिकारी अंजान बने हुए बैठे हैं। साथ ही बैंकों द्वारा भी भीड़ ना लगने पाए। ऐसी कोई व्यवस्था नहीं कराई जा रही है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 11 May 2021 10:41 PM (IST) Updated:Tue, 11 May 2021 10:41 PM (IST)
बैंकों के बाहर लगी रहीं लाइनें, उड़ी शारीरिक दूरी की धज्जियां
बैंकों के बाहर लगी रहीं लाइनें, उड़ी शारीरिक दूरी की धज्जियां

बुलंदशहर, जेएनएन। बैंकों के बाहर लगने वाली लाइन कम नहीं हो रही है। यहां लाइन में लगे लोगों द्वारा शारीरिक दूरी के नियमों की अनदेखी लगातार की जा रही है। जिसके बावजूद इस तरफ अधिकारी अंजान बने हुए बैठे हैं। साथ ही बैंकों द्वारा भी भीड़ ना लगने पाए। ऐसी कोई व्यवस्था नहीं कराई जा रही है।

कोरोना को लेकर लगे लाकडाउन में दोपहर दो बजे तक ही बैंक खुल रहे हैं। इसी बीच लोग बैंक पहुंचकर अपने कार्य निपटा रहे हैं। सुबह के समय काफी ग्राहक बैंक पहुंच रहे हैं। जिससे बैंक बंद होने से पहले वह अपना काम निपटा सकें। जिस कारण मंगलवार सुबह से लेकर दोपहर तक कई बैंकों के बाहर लोगों की भीड़ दिखाई दी। मंदिर मार्ग स्थित पंजाब नेशनल बैंक के बाहर तो लाइन काफी थी। जहां लोग शारीरिक दूरी का पालन करते हुए भी नजर नहीं आए, जबकि कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए नियमों का पालन करना बेहद जरूरी है, लेकिन यह लोगों की समझ नहीं आ रहा है। बैंकों के बाहर शारीरिक दूरी के नियम की अनदेखी होने के बावजूद पर कोई कार्रवाई पुलिस-प्रशासन द्वारा नहीं की गई। वहीं दूसरी तरफ बैंकों की तरफ से भी कोई ऐसी व्यवस्था नहीं की गई। जिससे लाइन ना लगने पाए और लोगों का समय से कार्य समाप्त हो सके। चार दिन चार घंटे ही ग्राहकों के लिए खुले रहे बैंक

बुलंदशहर : कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए बैंकों में कार्य दिवस के साथ कार्य समय भी घटा दिए हैं। अप्रैल से लेकर मई में अब तक कुल 25 दिन ही बैंक शाखाएं खोली जा सकी है। जिसका असर बैंकों के कामकाज पर पड़ रहा है।

बैंक अफसरों के मुताबकि ऐसा कोई बैंक नहीं जिसमें कर्मचारी संक्रमित न निकल रहे हैं। इसलिए लाकडाउन या कोरोना क‌र्फ्यू में ग्राहकों के साथ बैंककर्मियों को संक्रमण से बचाने का प्रयास किया जा रहा है। व्यवस्था बनाने के लिए कार्य दिवस के साथ कार्य समय भी घटा दिए गए हैं। सप्ताह में चार दिन मंगलवार से शुक्रवार तक ही बैंक शाखाएं खोली जा रही है। इस दौरान चार घंटे ही ग्राहकों को खाते से जमा-निकासी, चेक, आरटीजीएस की सेवा दी जा रही है। इसके बाद शाखाओं का गेट ग्राहकों के लिए बंद किया जा रहा है। अंदर बैंककर्मी अन्य कार्य निपटा रहे हैं। अप्रैल में 20 और मई में अभी तक पांच दिन ही बैंक शाखाएं खोली गई है।

इन्होंने कहा..

कोरोना काल में लोग अपनी जरूर पूरी कर सके, इसलिए बचाव के साथ बैंकों को खोलना जरूरी है। ऐसे में सप्ताह में चार दिन चार घंटे के लिए बैंक शाखाओं को खोला जा रहा है। अप्रैल से मई में अभी तक कुल 25 दिन ही बैंक खोले गए हैं। इससे बैंक के कामकाज पर असर पड़ना लाजिमी है।

- विजय गांधी, एलडीएम।

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