किसान आंदोलन के समर्थन में गांव दर्वेशपुर में हुई किसान सभा
किसान आंदोलन के समर्थन में गांव दर्वेशपुर में एक किसान सभा ने सभा हुई। इसमें गाजीपुर बार्डर संघर्ष समिति के सदस्य एवं किसान सभा के नेता डीपी सिंह ने कहा कि कृषि कानूनों के लागू होने पर गरीब किसान खेत मजदूर व्यापारी व आम उपभोक्ता सबसे ज्यादा प्रभावित होगा। जमाखोरी बढ़ने से गरीबों की रोटी उद्योगपति अडानी-अंबानी के गोदामों में बंद हो जाएगी।
जेएनएन, बुलंदशहर। किसान आंदोलन के समर्थन में गांव दर्वेशपुर में एक किसान सभा ने सभा हुई। इसमें गाजीपुर बार्डर संघर्ष समिति के सदस्य एवं किसान सभा के नेता डीपी सिंह ने कहा कि कृषि कानूनों के लागू होने पर गरीब किसान, खेत मजदूर, व्यापारी व आम उपभोक्ता सबसे ज्यादा प्रभावित होगा। जमाखोरी बढ़ने से गरीबों की रोटी उद्योगपति अडानी-अंबानी के गोदामों में बंद हो जाएगी।
उन्होंने कहा कि देश को फिर से भूखमरी की ओर धकेल दिया जाएगा। इन कानूनों को मोदी सरकार संविधान के प्रावधानों को ताक पर रखकर लाई है। कृषि कानून खेती पर पूंजीपतियों का कब्जा कराने का एक षड्यंत्र है। उन्होंने कहा कि कृषि कानूनों के लागू होने से सरकारी मंडियां समाप्त हो जाएंगी। किसान फसलों की बिक्री के लिए बड़ी कंपनियों का मोहताज हो जाएगा। मनमर्जी रेट पर किसानों की फसलों को लूटेंगे। किसान के साथ ही मजदूर, पशुपालक, कृषि आधारित धंधे सब तबाह हो जाएंगे। खाद्य सुरक्षा खतरे में पड़ जाएगी। किसान सभा के प्रदेश संयुक्त सचिव चंद्रपाल सिंह ने कहा कि कांट्रेक्ट खेती में किसान अपने ही खेत में बंधुवा मजदूर हो जाएगा। फसलों में लगने वाले बीज खाद, कीटनाशक आदि कंपनी की मर्जी से उन्हीं के रेट में खरीदने होंगे। फसल की क्वालिटी और रेट भी कंपनी निर्धारित करेगी। क्षेत्रीय सचिव जयभगवान शर्मा, बच्चू सिंह, साबिर, वीरेंद्र लौर, ज्ञानेंद्र, पवनेश टीटू, मूलचंद त्यागी, इंद्रजीत यादव, भूरा शर्मा, सुंदर, रमेशचंद्र शर्मा, लक्ष्मी, विनोद आदि ने संबोधित किया। अध्यक्षता होशियार सिंह व रामभूल यादव ने और संचालन जयभगवान शर्मा ने किया। किसान महापंचायत को लेकर किया जनसंपर्क
अनूपशहर क्षेत्र के गहना गांव के रामलीला मैदान में चार मार्च को होने वाली किसान महापंचायत को सफल बनाने के लिए जिला पंचायत सदस्य सुनील चरौरा ने जनसंपर्क किया।
लोकदल नेता सुनील चरौरा ने कहा कि केन्द्र सरकार पूरी तरह किसान विरोधी है। कृषि कानून पूरी तरह किसान को आर्थिक रूप से बर्बाद करने वाले है। केन्द्र सरकार पूंजी वादी विचार धारा को प्राथमिकता देने वाली है। उन्होंने किसान-मजदूर महापंचायत को सफल बनाने के लिए अधिक से अधिक संख्या में पहुंचकर रालोद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयंत चौधरी के विचार सुनने का आह्वान किया गया। इस मौके अजयवीर, राकेश चौधरी, सतपाल लोधी, प्रकाश चौधरी, गप्पी पंडित, विनोद चौधरी, सुंदर जिनाई, सोनू आदि मौजूद रहे।