लाकडाउन में नियमों की जमकर उड़ रहीं धज्जियां
कोविड-19 की तीसरी लहर लोगों के लिए घातक होती जा रही है लेकिन आमजन हैं कि सुधरने को तैयार नहीं। ई-रिक्शा और आटो चालक सवारियों की तलाश में सड़कों पर फर्राटा भर रहे हैं। वहीं नगर की सड़कों और बाजारों में सुबह से ही आमजन की आवाजाही भी लगातार बढ़ रही है। लोग घरों से निकलकर सामान खरीदने के बहाने बाजारों में सैर-सपाटा कर रहे हैं। आवश्यक खाद्य सामग्री के साथ-साथ अन्य दुकानों की खोज भी जारी रहती है। हालांकि कुछ लोग हेयर ड्रेसर और पंचर लगाने वालों की दुकान तलाश करते नजर आते हैं। भूड़ चौराहा काला आम चौराहा और अंसारी चौराहा सुबह से व्यस्त हो जाते हैं। सुबह के समय पुलिस भी आराम फरमा रही होती है और बाजारों में लाकडाउन के नियमों की जमकर धज्जियां उड़ती हैं।
बुलंदशहर, जेएनएन। कोविड-19 की तीसरी लहर लोगों के लिए घातक होती जा रही है, लेकिन आमजन हैं कि सुधरने को तैयार नहीं। ई-रिक्शा और आटो चालक सवारियों की तलाश में सड़कों पर फर्राटा भर रहे हैं। वहीं नगर की सड़कों और बाजारों में सुबह से ही आमजन की आवाजाही भी लगातार बढ़ रही है। लोग घरों से निकलकर सामान खरीदने के बहाने बाजारों में सैर-सपाटा कर रहे हैं। आवश्यक खाद्य सामग्री के साथ-साथ अन्य दुकानों की खोज भी जारी रहती है। हालांकि कुछ लोग हेयर ड्रेसर और पंचर लगाने वालों की दुकान तलाश करते नजर आते हैं। भूड़ चौराहा, काला आम चौराहा और अंसारी चौराहा सुबह से व्यस्त हो जाते हैं। सुबह के समय पुलिस भी आराम फरमा रही होती है और बाजारों में लाकडाउन के नियमों की जमकर धज्जियां उड़ती हैं।
सब्जी मंडी में जुटती है भीड़
काली नदी के पुल पर स्थित सब्जी मंडी में सुबह ही भीड़ लगनी शुरू हो जाती है। यहां लाकडाउन का कतई पालन नहीं हो रहा है। लोग घरों से बगैर मास्क और शारीरिक दूरी के नियमों का पालन किए सब्जी और फलों की खरीददारी करने में जुट जाते हैं।
डग्गामार वाहन बने चुनौती
रोडवेज की बसों में सवार होकर बाहरी राज्यों और जनपदों से लोग आ-जा रहे हैं। रोडवेज और प्राइवेट बसों का संचालन अधिक न होने के चलते डग्गामार वाहन संचालकों की चांदी कट रही है। वाहन स्वामी भूसे की तरह सवारियां ठूस लेते हैं और दोगुने किराये पर यात्रियों को उनके गंतव्य पर छोड़ रहे हैं। ऐसे में संक्रमण बढ़ने का खतरा अधिक है।
मेडिसिन मार्केट के नहीं सुधर रहे हालात
अंसारी रोड स्थित मेडिसिन मार्केट के हालात नहीं सुधर पा रहे हैं। दिन निकलते ही बाजार में ग्राहकों की भीड़ लगी रहती है और दिनभर हालात बद से बदतर रहते हैं। इस बाजार में पुलिस भी तैनात नहीं की गई है। इसके साथ ही दवाइयों के थोक विक्रेताओं ने ग्राहकों के लिए सैनिटाइजर की व्यवस्था नहीं की है।