शहीद का दर्जा देने की मांग को लेकर सैनिक का शव रखकर लगाया जाम

अनूपशहर के अनीवास गांव निवासी सैनिक की जम्मू के पुंछ में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। गुरुवार को शव पहुंचा तो स्वजन व ग्रामीणों ने सैनिक को शहीद का दर्जा देने दोबारा पोस्टमार्टम कराने व सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार करने की मांग को लेकर सैनिक का शव बुलंदशहर-अनूपशहर मार्ग पर रखकर जाम लगा दिया। एसपी देहात ने ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया लेकिन वह नहीं माने। देर शाम एसएसपी ने दोबारा पोस्टमार्टम के लिए शव मर्चरी भिजवाया। इसके बाद जाम खोल दिया गया।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 04 Mar 2021 11:29 PM (IST) Updated:Thu, 04 Mar 2021 11:29 PM (IST)
शहीद का दर्जा देने की मांग को लेकर  सैनिक का शव रखकर लगाया जाम
शहीद का दर्जा देने की मांग को लेकर सैनिक का शव रखकर लगाया जाम

जेएनएन, बुलंदशहर। अनूपशहर के अनीवास गांव निवासी सैनिक की जम्मू के पुंछ में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। गुरुवार को शव पहुंचा तो स्वजन व ग्रामीणों ने सैनिक को शहीद का दर्जा देने, दोबारा पोस्टमार्टम कराने व सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार करने की मांग को लेकर सैनिक का शव बुलंदशहर-अनूपशहर मार्ग पर रखकर जाम लगा दिया। एसपी देहात ने ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया लेकिन वह नहीं माने। देर शाम एसएसपी ने दोबारा पोस्टमार्टम के लिए शव मर्चरी भिजवाया। इसके बाद जाम खोल दिया गया।

निशांक राघव पुत्र भागराज सेना में लांस नायक के पद पर 55 बंगाल इंजीनियरिंग कोर पुंछ में तैनात थे। बुधवार को यूनिट से निशांक की मौत की सूचना स्वजन को दी गई। गुरुवार को निशांक का शव एंबुलेंस से गांव पहुंचा। साथ आए सैनिक भी सादे कपड़ों में थे। सलामी के लिए भी सेना की कोई टुकड़ी नहीं थी। ग्रामीणों की मानें तो निशांक के शरीर पर गोली के निशान थे। आरोप है कि साथ आए सैनिकों ने मौत के संबंध में कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दी तो स्वजन व ग्रामीणों में रोष फैल गया। स्वजन ने आरोप लगाया कि निशांक की हत्या की गई है। यूनिट के जिम्मेदार अधिकारी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने व शहीद का दर्जा देने आदि की मांग को लेकर स्वजन व ग्रामीणों ने जाम लगा दिया। एसडीएम पदम कुमार सिंह, एसपी देहात व सीओ वंदना शर्मा, कोतवाली प्रभारी रामसेन सिंह मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया लेकिन उन्होंने अधिकारियों की एक न सुनी।

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सात घंटे लगाया जाम

ग्रामीणों के गुस्से का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि उन्होंने अपनी सैनिक निशांक राघव का शव सड़क पर रखकर दोपहर एक बजे जाम लगाया जो रात आठ बजे के बाद ही खुला। पुलिस ने रूट डायवर्जन कर वाहनों को जहांगीराबाद से डिबाई और स्याना होते हुए निकाला।

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इन्होंने कहा..

शव लेकर पहुंचे सैनिकों का कहना है कि लांसनायक निशांक ने आत्महत्या की है। स्वजन की मांग पर निशांक के शव का दोबारा पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। जाम खोल दिया गया है।

-संतोष कुमार सिंह, एसएसपी।

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