सतर्कता बरतने के बाद भी बढ़ता गया संक्रमण

कोरोना वायरस का असर हर स्तर पर पड़ा और अभी भी पड़ रहा है। वायरस के बढ़ते प्रकोप के कारण पहले चार चरण में लॉकडाउन किया गया इसके बाद अनलॉक किया गया और अब अनलॉक का भी दूसरा चरण एक जुलाई से शुरू कर दिया गया है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 02 Jul 2020 10:40 PM (IST) Updated:Fri, 03 Jul 2020 06:07 AM (IST)
सतर्कता बरतने के बाद भी बढ़ता गया संक्रमण
सतर्कता बरतने के बाद भी बढ़ता गया संक्रमण

बुलंदशहर, जेएनएन। कोरोना वायरस का असर हर स्तर पर पड़ा और अभी भी पड़ रहा है। वायरस के बढ़ते प्रकोप के कारण पहले चार चरण में लॉकडाउन किया गया, इसके बाद अनलॉक किया गया और अब अनलॉक का भी दूसरा चरण एक जुलाई से शुरू कर दिया गया है। लॉकडाउन और अनलॉक के चरण को भी सौ दिन पूरे हो गए हैं। ऐसे में कोरोना की चाल और जिले पर पड़े प्रभाव का असर सामने हैं। जून माह में जहां सबसे अधिक कोरोना वायरस का प्रसार होने से मरीजों की संख्या छह सौ के पार पहुंच गई, वहीं इसी माह में सबसे अधिक संक्रमित मरीज ठीक भी हुए।

राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में शामिल बुलंदशहर में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है। जून में ही 481 लोग पॉजिटिव आए गए। जबकि जून से पहले संख्या सीमित थी और वायरस से मरने वालों की संख्या भी मात्र दो ही थी। जून में कोरोना पॉजीटिव की संख्या बढ़ने का सबसे बड़ा कारण अधिकारियों ने अनलॉक-1 के साथ लोगों द्वारा बरती गई लापरवाही को माना। बात जनपद में कोरोना संक्रमण के शुरू होने की करें तो पहला संक्रमित मरीज मार्च के अंतिम सप्ताह में सामन आया था। इसके बाद अप्रैल में कुल 52 मामले सामने आए, जिसमें से आठ ठीक हो गए थे, जबकि की एक की उपचार के दौरान मौत हो गई। इसके बाद मई में संक्रमितों की संख्या कुल 124 पर पहुंच गई और 83 लोग ठीक भी हुआ। इसके बाद जून में अनलॉक शुरू हो गया और जून में ही जनपद में कोरोना ने तेजी दिखाई और हर दिन लगभग 16 संक्रमित सामने आए। इसके अलावा जून में बीस लोगों की मौत भी वायरस के असर से हुई। जबकि चार सौ से अधिक लोग ठीक भी जून में ही हुए हैं। मरने वालों में बीमार अधिक

कोरोना संक्रमण के कारण जिले में अभी 22 लोगों की मौत हो चुकी है। इसमें से पांच ऐसे हैं जिनके मरने के बाद उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। मरने वालों में 12 की आयु 60 वर्ष के पार थी और वह तमाम उम्र के साथ लगने वाली बीमारियों से पीड़ित थे। जबकि 10 लोगों ऐसे थे, जिनकी आयु 30 से 50 वर्ष के बीच थी। इनमें भी अधिकांश बीपी, शुगर आदि रोग से पीड़ित थे। जबकि दो की आयु 10 से 30 वर्ष के बीच थी। अर्थव्यवस्था पर पड़ा व्यापक प्रभाव

कोरोना काल में लागू किए गए लॉकडाउन और अनलॉक-1 के कारण जिले की अर्थव्यवस्था पर भी इसके व्यापक प्रभाव सामने आए हैं। पिछले सौ दिनों में जहां बाजार आर्थिक मंदी के शिकार रहें, वहीं किसानों को भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। सब्जियों के दाम जहां जमीन पर आ गए, वहीं तमाम किसानों को अपनी सब्जी की फसल को खेत में ही नष्ट करने के लिए बाध्य होना पड़ा। नासमझी बढ़ाएगी मर्ज

एक जुलाई से अब अनलॉक -2 शुरू किया गया है। कुछ नए नियम निर्धारित किए गए हैं, जबकि जिला प्रशासन को सख्ती बरतने के लिए अधिकार भी प्रदान किए गए हैं। लेकिन आमजन की लापरवाही और नासमझी के कारण कोरोना वायरस के प्रसार का खतरा लगातार बढ़ रहा है। जिले में अभी तक शहरी क्षेत्र में ही वायरस का प्रकोप अधिक नजर आया है, लेकिन गांवों में अगर वायरस पहुंचा तो स्थिति अधिक गंभीर होगी। इन्होंने कहा..

अनलॉक-2 शुरू हो चुका है और सभी संबंधित विभाग को अतिरिक्त सतर्कता बरतने के लिए निर्देशित किया गया है। मास्क न लगाने और नियम तोड़ने वालों पर अधिक सख्ती की जाएगी। लोगों को भी समझदारी दिखाकर अपना और अपने परिवार का ख्याल रखना चाहिए।

- रविद्र कुमार, जिलाधिकारी

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