अभी नहीं चेते तो हालात फिर होंगे खराब
जेएनएनबुलंदशहर सालभर पहले कोरोना संक्रमण की भयावह तस्वीर देखने के बाद भी लोग सचेत नहीं हैं। लाक डाउन का दंश झेलकर भी सावधानी बरतने को तैयार नहीं है। आलम यह है कि सड़कों और बाजारों में तो कोरोना की रोकथाम के नियम टूट ही रहे हैं। टेंपो ई-रिक्शा में क्षमता से अधिक सवारी बैठाकर कोरोना संक्रमण को आमंत्रण दे रहे हैं।
जेएनएन,बुलंदशहर :सालभर पहले कोरोना संक्रमण की भयावह तस्वीर देखने के बाद भी लोग सचेत नहीं हैं। लाक डाउन का दंश झेलकर भी सावधानी बरतने को तैयार नहीं है। आलम यह है कि सड़कों और बाजारों में तो कोरोना की रोकथाम के नियम टूट ही रहे हैं। टेंपो, ई-रिक्शा में क्षमता से अधिक सवारी बैठाकर कोरोना संक्रमण को आमंत्रण दे रहे हैं।
सालभर पहले कोरोना ने पैर पसारे थे। जिसकी वजह से देश में लाक डाउन लागू किया गया था और लोग घरों में कैद होने को मजबूर हो गए थे। अफसर इस महामारी से लोगों को बचाने के लिए सड़कों पर मुस्तैद रहे थे। संक्रमण के खतरे के बीच कोरोना योद्धा जरूरी सेवाओं की आपूर्ति कराने में जुटे रहे। वाहनों के पहिए भी थमे रहे थे। सभी के सहयोग से देश में संक्रमण फैलने की दर कम हो गई। धीरे-धीरे जिदगी पटरी पर लौटने लगी। बसों, टेंपो, ई-रिक्शा का संचालन शुरू हुआ। सवारियों की सुरक्षा को देखते हुए कोरोना की रोकथाम के नियमों का पालन करना अनिवार्य किया गया। सवारियों की संख्या भी सीमित की गई। जबकि एक साल बाद फिर से कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है। शिव सेना सिकंदराबाद नगर अध्यक्ष मिली चौहान ने बताया कि लोग सरकार की गाइडलाइन का पालन नहीं कर रहे हैं। जिसकी वजह से हालात बिगड़ रहे हैं। टेंपो, ई-रिक्शा में लोग सफर कर रहे हैं, लेकिन सुरक्षा मानकों का ध्यान नहीं रख रहे। इसी प्रकार बाजारों में भी स्थित देखी जा रही है। ऐसे में यदि अभी नहीं चेते तो हालात बेकाबू होते देर नहीं लगेगी। लोगों को इस बारे में सोचना होगा।
बसों को कराया जा रहा सैनिटाइज : एआरएम
परिवहन निगम के अफसर कोरोना की रोकथाम को लेकर सचेत हो गए हैं। एआरएम धीरज पंवार का कहना है कि कोरोना संक्रमण के फिर से बढ़ने पर सरकार सक्रिय हो गई है। शासन की ओर से निर्देश मिलते ही बसों को फिर से सैनिटाइज कराया जा रहा है। बस अड्डे पर लाउडस्पीकर के जरिए जागरूकता संदेश भी लोगों तक पहुंचाया जा रहा है। सवारियों को बसों में बैठाने से पहले थर्मल स्क्रीनिग फिर शुरू हो गई है। चालक-परिचालक मास्क लगाकर बसों का संचालन करा रहे हैं। सवारियों के हाथ सैनिटाइज कराकर मास्क लगाने के लिए भी प्रेरित कर रहे हैं।