सादगी से मनाएं ईद, गाइडलाइन का करें पालन
जेएनएन बुलंदशहर नगर स्थित जामा मस्जिद के इमाम मौलाना सैयद फरीदुद्दीन ने कोरोना की कठिन परिस्थिति को देखते हुए ईद उल फितर का त्योहार को घर पर ही रहकर सादगी से मनाने की अपील की है।
जेएनएन, बुलंदशहर: नगर स्थित जामा मस्जिद के इमाम मौलाना सैयद फरीदुद्दीन ने कोरोना की कठिन परिस्थिति को देखते हुए ईद उल फितर का त्योहार को घर पर ही रहकर सादगी से मनाने की अपील की है।
इस दौरान कोरोना गाइडलाइन का विशेष रूप से पालन करे। जिससे कि खुद भी महफूज रहे और दूसरों को भी महफूज रखे। कहा कि त्योहार का मतलब खुशियां बांटने का है लेकिन इस बार कोरोना महामारी के कारण कठिन परिस्थितियों को देखते हुए गाइडलाइन का पालन जरूरी है। उन्होंने अपील की है कि मुस्लिम समाज त्योहार को घर पर ही सादगी के साथ मनाएं। घर पर ही रहकर नमाज अदा करे। जान है तो जहान है इसलिए शासन की गाइडलाइन का पालन करे। जिससे कि खुद के साथ-साथ दूसरे भी सुरक्षित रहे।
ईद के दिन ईदगाह के अंदर नहीं होगी नमाज
बुलंदशहर: कोतवाली परिसर में आयोजित बैठक में कोतवाली प्रभारी जितेंद्र कुमार सिंह ने मुस्लिम समुदाय के लोगों के साथ बैठक आयोजित की।
गुरुवार को आयोजित बैठक को संबोधित करते हुए मुस्लिम समुदाय के लोगों से कहा कि ईद पर ईदगाह पर नमाज अदा नहीं करें। वहीं मस्जिदों में भी गाइडलाइन के अनुरूप ही नमाज अदा की जा सकती है। कहा कि कोरोना महामारी के कारण परिस्थिति बेहद चिताजनक है। ईद-उल-फितर पर शासन-प्रशासन द्वारा जारी सभी गाइड लाइनों का पालन करें और दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करें। कहा कि ईद के दिन ईदगाह पर कोई भी व्यक्ति ना आए। हालांकि नगर की प्रत्येक मस्जिद में गाइडलाइन के अनुरूप पांच व्यक्ति एक साथ नमाज अदा कर सकते है। कोतवाल ने मौजूद लोगों से पुलिस-प्रशासन का सहयोग करने की अपील भी की। वहीं मौजूद मुस्लिम समाज के लोगों ने भी पुलिस को हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया।