गांवों में घर-घर पहुंची आशा, जुटाई जानकारी

खुर्जा में शासन के निर्देश के बाद गुरुवार को आशा कार्यकर्ता गांवों में घर-घर पहुंची। जहां उन्होंने बीमार व्यक्तियों के विषय में जानकारी जुटाई। साथ ही उन्हें कोरोना के प्रति जागरूक किया और नियमों का पालन करने की अपील की।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 06 May 2021 11:30 PM (IST) Updated:Thu, 06 May 2021 11:30 PM (IST)
गांवों में घर-घर पहुंची आशा, जुटाई जानकारी
गांवों में घर-घर पहुंची आशा, जुटाई जानकारी

बुलंदशहर, जेएनएन। खुर्जा में शासन के निर्देश के बाद गुरुवार को आशा कार्यकर्ता गांवों में घर-घर पहुंची। जहां उन्होंने बीमार व्यक्तियों के विषय में जानकारी जुटाई। साथ ही उन्हें कोरोना के प्रति जागरूक किया और नियमों का पालन करने की अपील की।

शासन के निर्देश के बाद स्वास्थ्य टीम में शामिल आशाओं ने अब गांवों के घर-घर में जाना शुरू कर दिया है। जहां वह बीमार ग्रामीणों के विषय में जानकारी जुटा रही है। जिससे बीमार लोगों का कोरोना टेस्ट कराया जा सके और अगर वह पाजिटिव आता है, तो तबीयत के अनुसार उसका उपचार किया जा सके। गुरुवार को गांव धराऊ में आशा गीता और बाला ने घर-घर पहुंचकर जानकारी जुटाई। साथ ही ग्रामीणों को जागरूक करते हुए कहा कि वह जब भी अपने घरों से बाहर निकले। मास्क का प्रयोग जरूर करें और एक-दूसरे से उचित दूरी बनाए रखे। जिससे कोरोना संक्रमण को फैलने से रोका जा सके। वहीं उन्होंने लक्षण महसूस होने पर तुरंत कोरोना का टेस्ट कराने की अपील भी ग्रामीणों से की। औरंगाबाद में उड़ाई जा रही है लाकडाउन की धज्जियां, प्रशासन अंजान

औरंगाबाद में कोरोना महामारी की चेन को तोड़ने के लिए सरकार ने लाकडाउन लगाया है, लेकिन अधिकारियों की अनदेखी के चलते लाकडाउन होने के बाद भी नगर और देहात में खुलेआम सड़कों पर उसकी धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। प्रदेश सरकार द्वारा घोषित किये गये लाकडाउन के नियमों की औरंगाबाद और ग्रामीण क्षेत्रों में लोग धज्जियां उड़ा रहे हैं। नगर में अधिकांश दुकानदार अपनी दुकानों के आगे कुर्सियां डालकर बैठे रहते हैं और मौका लगते ही ग्राहकों को दुकानों का शटर उठाकर सामान दे देते हैं। उधर, मेडिकल स्टोर एवं झोलाछाप डाक्टरों की दुकानों पर सुबह से लेकर देर शाम तक लोगों की भीड़ रहती है।

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