नवचयनित शिक्षकों को कार्यभार ग्रहण नहीं कराने पर होगी एफआइआर

यूपी बोर्ड के विद्यालयों में नवचयनित प्रशिक्षित स्नातक शिक्षकों को कार्यभार ग्रहण नहीं कराने पर प्रबंध समिति अफसरों के निशाने पर आ गई हैं। निर्देशों की अवहेलना करना प्रधानाचार्य सहित प्रबंधकों को भारी पड़ जाएगा। ऐसी प्रबंध समितियों पर एफआइआर दर्ज कराई जाएगी। साथ ही इन्हें भंग भी कराया जाएगा। बोर्ड परीक्षा 2022 के केंद्रों पर तैयारी को लेकर डीएवी में बुलाई बैठक में डीआइओएस ने प्रधानाचार्यों को इस संबंध में कड़ी चेतावनी दी है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 01 Dec 2021 09:34 PM (IST) Updated:Wed, 01 Dec 2021 09:34 PM (IST)
नवचयनित शिक्षकों को कार्यभार ग्रहण नहीं कराने पर होगी एफआइआर
नवचयनित शिक्षकों को कार्यभार ग्रहण नहीं कराने पर होगी एफआइआर

बुलंदशहर, जागरण संवाददाता। यूपी बोर्ड के विद्यालयों में नवचयनित प्रशिक्षित स्नातक शिक्षकों को कार्यभार ग्रहण नहीं कराने पर प्रबंध समिति अफसरों के निशाने पर आ गई हैं। निर्देशों की अवहेलना करना प्रधानाचार्य सहित प्रबंधकों को भारी पड़ जाएगा। ऐसी प्रबंध समितियों पर एफआइआर दर्ज कराई जाएगी। साथ ही इन्हें भंग भी कराया जाएगा। बोर्ड परीक्षा 2022 के केंद्रों पर तैयारी को लेकर डीएवी में बुलाई बैठक में डीआइओएस ने प्रधानाचार्यों को इस संबंध में कड़ी चेतावनी दी है।

दरअसल, उप्र सेवा चयन बोर्ड की परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद जिले में 600 से अधिक अभ्यर्थियों का चयन टीजीटी-पीजीटी पद पर हुआ है। जिन्हें माध्यमिक शिक्षा विभाग ने जिले के विद्यालयों में रिक्त पदों पर नियुक्त किया है। इन नवचयनित शिक्षकों को विद्यालय आवंटित कर संबंधित विद्यालय में कार्यभार ग्रहण कराने के लिए भी प्रबंध समितियों को निर्देश दिए गए। आरोप है कि कुछ प्रबंध समितियां नवचयनित शिक्षकों को कार्यभार ग्रहण नहीं करा रही हैं। कुछ सुविधा शुल्क की वूसली करने में भी लगी हैं। जिसकी शिकायत माध्यमिक शिक्षा विभाग को लगातार प्राप्त हो रही है। यह देख डीआइओएस ने प्रधानाचार्यों सहित प्रबंध समितियों के पेच कसे हैं।

समय रहते दुरुस्त कराएं बोर्ड परीक्षा केंद्रों पर व्यवस्थाएं

डीआइओएस ने बताया कि यूपी बोर्ड परीक्षा 2022 के लिए केंद्रों का निर्धारण कराया जाना है। केंद्र बनाए जाने वाले विद्यालयों में मूलभूत सुविधाएं दुरुस्त रखनी है। प्रस्तावित इन बोर्ड परीक्षा केंद्रों पर शौचालय, पेयजल, प्रकाश आदि की चाक-चौबंद व्यवस्थाओं का सत्यापन भी कराया जाना है। इसलिए इन विद्यालयों में व्यवस्थाएं दुरुस्त कराई जा रही हैं। जिसके लिए डीएवी इंटर कालेज में प्रधानाचार्यों संग बैठक बुलाकर मंथन किया गया। साथ ही उन्हें यह व्यवस्थाएं समय रहते पूरी करने के निर्देश दिए हैं।

इन्होंने कहा..

नवचयनित शिक्षकों को नियमानुसार कार्यभार ग्रहण कराने की बजाय प्रबंध समितियां उन्हें परेशान कर रही है। रिश्वत आदि के आरोपों को गंभीरता से लिया गया है। इसलिए प्रबंध समितियों को कडे़ निर्देश जारी किए गए हैं कि शिकायत मिलने पर तुरंत संबंधित प्रबंध समिति पर एफआइआर दर्ज कराई जाएगी। उन्हें भंग भी कराया जाएगा।

शिव कुमार ओझा, डीआइओएस

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